चेन्नई में समुद्र में हुए तेल रिसाव का मामला एनजीटी पहुंच गया है. एनजीटी में तेल रिसाव से प्रभावित लोगों ने याचिका लगाकर एनजीटी से मुआवजा दिए जाने की मांग की है. इसके अलावा एक और याचिका लगाई गई है, जिसमें हाई लेवल की कमेटी के गठन की मांग की गई है और कहा गया है कि इस मामले में जिन लोगों की भी लापरवाही रही हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
एनजीटी ने मामले की सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार, पर्यावरण मंत्रालय समेत तमिलनाडु पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और तमिलनाडु के चीफ सेक्रेटरी को नोटिस जारी किया है. एनजीटी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को सुनवाई करने के लिए कहा है. साथ ही तमाम संबंधित विभागों से कहा है कि वह अपना पक्ष मंगलवार को होने वाली सुनवाई में साफ करें. गौरतलब है कि 28 जनवरी को एमटी बीडब्ल्यू मैपल और एमटी डॉन कांचीपुरम नाम के दो मालवाहक जहाज चेन्नई के एन्नोर तट के पास समुद्र में टकरा गए थे.
इस टक्कर के कारण एमटी डॉन में लदे 32,813 टन पेट्रोलियम ल्यूब्रिकेंट (पीओएल) का रिसाव होने लगा. इस दुर्घटना में जहाजों के क्रू सदस्यों में से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा है. लिहाजा मंगलवार को एनजीटी में होने वाली सुनवाई बेहद अहम होगी. मुमकिन है कि एनजीटी इस मामले को लेकर सरकार और संबधित एंजेसियों को कुछ खास दिशा निर्देश दे.
पूनम शर्मा