जम्मू-कश्मीर के उम्मीदवारों को एक बड़ी राहत दी गई है. 'नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन' घाटी के उन उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा का आयोजन करेगा जो बिगड़े मौसम और भारी बर्फबारी के चलते रविवार (6 जनवरी) को आयोजित NEET PG-2019 परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सके.
बता दें, रविवार को देश के 165 केंद्रों पर आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट पीजी-2019) में एक लाख 48 हजार परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. जम्मू और कश्मीर सरकार के अनुरोध के बाद बोर्ड ने यह निर्णय लिया. क्योकि घाटी के उम्मीदवार सड़क और हवाई मार्ग रुकने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सके थे. वहीं जो उम्मीदवार परीक्षा नहीं दे पाए हैं, वह लगातार नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) और BoPEE वेबसाइट देखते रहे. वहीं दोबारा आयोजित होने वाली परीक्षा में जम्मु- कश्मीर घाटी के उम्मीदवार ही बैठ सकते हैं, अन्य किसी राज्य के उम्मीदवारों को इसकी अनुमति नहीं है.
जानें- किस यूनिवर्सिटी में कब से शुरू होंगे एडमिशन, देखें पूरा कैलेंडर
भारी बर्फबारी चलते श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करने और श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ानों को रद्द करने के कारण घाटी के बाहर बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवार पहुंच नहीं सके थे. जिसके बाद नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) की सिफारिश पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के शीर्ष अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के लिए अलग से परीक्षा दोबारा आयोजित कराने का फैसला लिया. हालांकि अभी इस बारे में नहीं बताया गया है कि परीक्षा कब आयोजित की जाएगी, लेकिन जल्द ही नीट पीजी 2019 परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा.
साल में एक बार NEET और दो बार होगा JEE, जानें- क्या हैं नए नियम
वहीं इससे पहले राज्य सरकार के अनुरोध पर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ने कुछ 25 उम्मीदवारों के परीक्षा केंद्र को 5 जनवरी की देर शाम श्रीनगर में बदल दिया था, जिससे वह सभी उम्मीदवार श्रीनगर में ही परीक्षा में उपस्थित हो सके.
aajtak.in