विशाल भारद्वाज की फिल्म 'हैदर' में 'आधी बेवा' का किरदार निभा रही तब्बू ने फिल्म से इतर असल जिंदगी में अपने अकेलेपन पर चुप्पी तोड़ी है. शादी पर अपनी बेबाक राय रखते हुए तब्बू कहती हैं कि शादी अचित कारणों से हो तो बेहतर है न कि सामाजिक दबाव के कारण. तब्बू ने इस सोच को खारिज किया है वह अकेलेपन को झेल रही हैं.
तब्बू कहती हैं, 'मैं सिंगल हूं और अकेले रहती हूं इसलिए अब लोग यह मानने लगे हैं कि मैं अकेली हूं. लेकिन ऐसा नहीं है. हां, लोगों के लिए मेरा अकेलापन रहस्य जरूर बना हुआ है. मुझे यह बात समझ नहीं आती कि अगर मैंने शादी की होती या किसी प्रेम संबंध में होती तो क्या स्थितियां कुछ अलग होतीं? बिल्कुल नहीं. सच तो यह है कि मेरी जिंदगी बहुत ही सिंपल है. चाहे जितना भी खोद लो, कुछ नहीं निकलेगा.'
हैदराबाद में पली-बढ़ी तब्बू बताती हैं कि कभी वह सोचा करती थीं कि कहानियों की तरह उनकी असल जिंदगी में भी कोई राजकुमार आएगा और उनके कदमों में बैठकर उनसे साथ चलने की पेशकश करेगा. लेकिन जल्द ही सपनों की दुनिया छोड़ उन्होंने वास्तविकता के धरातल से नाता जोड़ लिया. 16 साल की उम्र में हैदराबाद से मुंबई आईं तब्बू बॉलीवुड की हरदिलअजीज नायिका बनीं.
सपनों के राजकुमार को एक भ्रम बताते हुए तब्बू कहती हैं, 'ऐसा नहीं है कि राजकुमार नहीं आते, आते हैं लेकिन सिर्फ फिल्मों में. मैं यह नहीं कहती कि शादी जरूरी नहीं. शादी जिंदगी का अहम पहलू है. मैं इस बात से भी इनकार नहीं करती कि प्रकृति ने कुछ ऐसी रवायतें बनाई है, जिसके अनुसार हम किसी ऐसे के साथ रहें जो हमारी जिंदगी में खुशियों का पर्याय हो. लेकिन हां, अब मैं इस बात को अच्छी तरह समझ चुकी हूं कि अगर आप किसी के साथ हैं तो उचित कारणों से रहें ना कि सिर्फ इसलिए कि समाज ने हमारे लिए यह परंपराएं बनाई हैं.'
नरेंद्र सैनी