महिला का हुआ ब्रेन हैमरेज, शरीर के अंग किए दान

मुंबई की एक महिला जिंदगी के आखिरी सफर पर जाते-जाते तीन लोगों को जिंदगी रोशन कर गई. डॉक्टर्स ने 43 साल की नंदिनी गोपाल को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. जिसके बाद नंदिनी के परिवार ने यह फैसला लिया कि उसके शरीर के ठीक काम कर रहे अंगों को दान कर देंगे.

Advertisement
Symbolic Image Symbolic Image

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 09 अगस्त 2014,
  • अपडेटेड 11:21 PM IST

मुंबई की एक महिला जिंदगी के आखिरी सफर पर जाते-जाते तीन लोगों को जिंदगी रोशन कर गई. डॉक्टर्स ने 43 साल की नंदिनी गोपाल को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. जिसके बाद नंदिनी के परिवार ने यह फैसला लिया कि उसके शरीर के ठीक काम कर रहे अंगों को दान कर देंगे.

नंदिनी गोपाल को पिछले हफ्ते अचानक तेज सिर में दर्द हुआ था. जिसके बाद घर वाले तुंरत नंदिनी को अस्पताल लेकर गए. जहां पता चला कि नंदिनी का ब्रेन हैमरेज हुआ है. अस्पताल में भर्ती किए जाने के एक दिन बाद डॉक्टरों ने नंदिनी का ब्रेन डेड घोषित कर दिया.

Advertisement

नंदिनी के पति श्रीराम गोपाल को डॉक्टरों ने ये भी बताया कि सिवाय ब्रेन के नंदिनी के सारे अंग सामान्य रूप से काम कर रहे हैं. ऐसी मुश्किल घड़ी में श्रीराम ने एक ऐसा फैसला लिया जिससे कई जिंदगियां आबाद हो गईं.

नंदिनी के पति श्रीराम गोपाल ने बताया, नंदिनी अक्सर इस तरह की बात करती थी कि लोग क्यों अपने अंग डोनेट नहीं करते हैं. ऐसे में मुझे लगा कि अगर हम उसके अंग डोनेट करेंगे तो उसे खुशी ही पहुंचेगी. नंदिनी एक प्राइवेट कंपनी में एचआर प्रोफेशनल थी. परिवार के लिए नंदिनी की इस तरह अचानक हुई मौत के सदमे से उबरना आसान नहीं है. पर उनके अंग दान करके तीन लोगों को नई जिंदगियां देना कहीं ना कहीं बड़ा सुकून पहुंचाता है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement