वसीयत पर बोले जयदेव ठाकरे- दस्तावेज पर उद्धव ने धोखे से लिए थे पिता के साइन

जयदेव ने ये भी कहा,  'जब से उन्होंने अपने पिता की सीट से चुनाव लड़ा, तब से उद्धव ठाकरे नाराज हैं. उद्धव ने उनसे बात करना बंद कर दिया है. यहां तक कि वह उनका फोन तक रि‍सीव नहीं कर रहे हैं.

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उद्धव ठाकरे के नाम है बाल ठाकरे सारी संपत्ति उद्धव ठाकरे के नाम है बाल ठाकरे सारी संपत्ति

अंजलि कर्मकार / विद्या

  • मुंबई,
  • 18 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

शिवसेना के दिवंगत नेता बाला साहब ठाकरे की वसीयत को लेकर उनके दूसरे बेटे जयदेव ठाकरे सोमवार को कोर्ट में पेश हुए. उन्होंने कहा, 'उनके पिता के कुछ वरिष्ठ साथियों ने उन्हें ये बताया है कि उद्धव ठाकरे ने उनके पिता से किसी दस्तावेज पर धोखे से हस्ताक्षर करा लिए थे. ये दस्तावेज किस चीज से संबंधित थे. इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.

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जयदेव ने ये भी कहा,  'जब से उन्होंने अपने पिता की सीट से चुनाव लड़ा, तब से उद्धव ठाकरे नाराज हैं. उद्धव ने उनसे बात करना बंद कर दिया है. यहां तक कि वह उनका फोन तक रीसीव नहीं कर रहे हैं.

उद्धव ठाकरे के नाम है सारी संपत्ति
बाला सहाब ठाकरे ने अपनी ज्यादातर संपत्ति अपने छोटे बेटे उद्धव ठाकरे के नाम कर दी थी. तब से जयदेव ठाकरे के साथ उद्धव ठाकरे की तल्खियां बढ़ गई हैं. जयदेव ठाकरे अभी शिवसेना के प्रमुख हैं, जबकि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र नवनिर्वाण सेना के प्रमुख हैं. जयदेव ने बताया कि बाला सहाब ठाकरे की वसीयत के बारे में उन्हें अखबार के जरिये पता चला.

मेरे नाम वसीयत बनाना चाहते थे पिता
जयदेव ठाकरे ने दावा किया है कि साल 2011 में बाला सहाब ठाकरे ने उन्हें बताया था कि वह अपनी वसीयत उनके नाम करना चाहते हैं, लेकिन इस बारे में उद्धव को कुछ बताना नहीं चाहते. शायद उन्हें डर था कि संपत्ति की वजह से परिवार में कोई दरार न आ जाए. हालांकि, बाद में यही हुआ. तीन साल से उनकी उद्धव ठाकरे के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई है.

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क्या है बाला साहब की वसीयत में?
मातोश्री का ग्राउंड फ्लोर पार्टी के काम के लिए रखा है. बंगले की पहली मंजिला, स्मिता ठाकरे और जयदेव ठाकरे के बेटे ऐश्वर्य को दी गई है हालांकी स्मिता ठाकरे और जयदेव ठाकरे को वहां रहने की इजाजत नहीं दी गई है. पर इस फ्लोर के मेनटेन्स का खर्चा स्मिता को उठाना पड़ेगा बंगले का सबसे ऊपरी हिस्सा बाल ठाकरे ने अपने बेटे उद्धव ठाकरे के नाम किया है. इसके अलावा कर्जत और भंडारधारा की दो प्रॉपर्टी भी उद्धव के नाम की गई हैं.

बाला साहब के नाम करोड़ों की प्रॉपर्टी
उद्धव की माने तो बाला साहब की सारी प्रॉपर्टी और बैंक बैलैंस मिलाकर तकरीबन 15 करोड़ रुपये की जायदाद है. वसीयत में बाला साहबे के दिवंगत बेटे बिंदुमाधव के परिवार और दूसरे बेटे जयदेव ठाकरे को कुछ नहीं दिया गया है.

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