2 साल पहले आज ही के दिन यानी 23 मार्च 2016 को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने कूल टेम्परामेंट का ऐसा नमूना पेश किया जिसकी आज तक चर्चा की जा रही है. वर्ल्ड टी-20 2016 में बांग्लादेश के खिलाफ 'करो या मरो' का मैच था, जिसमें बांग्लादेश की जीत लगभग नजर आ रही थी. लेकिन, धोनी को कुछ और ही मंजूर था.
बेंगलुरु के मैदान पर टी20 वर्ल्डकप का मैच खेला गया था. जिसमें टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 146 रन बनाए. 147 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम के विकेट भी लगातार अंतराल पर गिरते रहे. लेकिन, लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था.
बांग्लादेश ने 6 विकेट गंवाकर 19वें ओवर तक 136 रन बना लिए थे. क्रीज पर मुश्फिकुर रहीम और महमूदुल्लाह खेल रहे थे. लग रहा था कि बांग्लादेश की टीम ये मैच आसानी से अपने नाम कर लेगी. लेकिन, महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा नहीं होने दिया.
आखिरी ओवर में मैच का रुख बदल गया. चौथी गेंद पर मुश्फिकुर रहीम कैच आउट हो गए. वहीं पांचवीं गेंद पर महमूदुल्लाह भी कैच आउट हुए. टीम इंडिया ने आखिरी 3 गेंद में बांग्लादेश को 2 रन नहीं बनाने दिए थे. इस मैच में अंतिम गेंद पर बांग्लादेश को दो रनों की दरकार थी.
पंड्या की ऑफ स्टंप के बाहर फेंकी गई गेंद तक सुवागता होम नहीं पहुंच सके और बाई रन के लिए दौड़ पड़े. जैसे ही गेंद धोनी के पास आई और वह विकेट की ओर मुस्ताफिजुर रहमान को रन आउट करने के लिए दौड़ पड़े. धोनी ने बिजली सी तेजी दिखाते हुए मुस्ताफिजुर को रन आउट कर दिया. इस तरह भारत यह मैच एक रन के अंतर से जीत गया.
तरुण वर्मा