अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चीन की साख रेटिंग घटा दी. उसने चेतावनी दी है कि चीन की अर्थव्यवस्था में आने वाले वर्षों में आर्थिक वृद्धि में संभावित सुस्ती को देखते हुये कर्ज बढ़ सकता है़ं. एजेंसी ने चीन की स्थानीय मुद्रा की दीर्घकालिक और विदेशी मुद्रा इश्यू रेटिंग को एए3 से घटाकर ए1 कर दिया है.
हालांकि, उसने कहा है कि उसका परिदृश्य नकारात्मक से बदलकर स्थिर हो गया है. एजेंसी ने कहा है, रेटिंग में कमी मूडीज की इस आशंका को परिलक्षित करता है कि आने वाले वर्षों में चीन की वित्तीय मजबूती कुछ कमजोर पड़ सकती है क्योंकि संभावित वृद्धि के सुस्त पड़ने से अर्थव्यवस्था का रिण बोझ लगातार बढ़ता जायेगा.
चीन की रेटिंग में यह गिरावट ऐसे समय आई है जब चीन अपनी वित्तीय प्रणाली में अनियमित और जोखिम वाले कर्ज की सफाई करने का प्रयास कर रहा है. यह समस्या वैश्विक वित्तीय स्थिरता के लिये खतरा बनी हुई है. चीन की सरकार ने वर्ष 2017 के लिये सकल घरेलू उत्पाद का लक्ष्य घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है.
ओबोर के तहत श्रीलंका को 24 अरब डालर और रिण देना चाहता है चीन
इससे पहले चीन ने एक क्षेत्र एक मार्ग ओबोर पहल के तहत श्रीलंका को 24 अरब डालर अतिरिक्त रिण देने की इच्छा जताई थी. चीन ने यह इच्छा ऐसे समय में जताई है जबकि श्रीलंका उसे 8 अरब डालर के रिण को चुकाने में परेशानी का सामना कर रहा है. श्रीलंका के विशेष मंत्री सरत अमनुगामा ने कहा कि चीन ने ओबोर पहले में भाग लेने वाले देशों को और रिण की पेशकश की है. अमनुगामा ने कहा, श्रीलंका के मामले में यह राशि जो अब हम हासिल कर रहे हैं उसकी तुलना में लगभग चार गुना होगा ... आठ अरब डालर से अधिक व अतिरिक्त वे देना चाहते हैं. गौरतलब है कि मौजूदा 8 अरब डालर के साथ कुल रिण 32 अरब डालर हो जाएगा.
राहुल मिश्र