उत्तर भारत के तमाम इलाकों में 5 अगस्त की रात से मानसून की सक्रियता एक बार फिर से बढ़ेगी. मानसून के एक्सिस में हो रहे बदलाव के चलते 6 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में घने बादलों की आवाजाही के बीच बारिश की संभावना बढ़ जाएगी. मौसम विभाग ने इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल के लिए कई जगहों पर 6 और 7 अगस्त के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है.
उत्तर भारत के मौसम विभाग के रीजनल सेंटर के डायरेक्टर आर विशेन के मुताबिक अगले दो दिनों के बाद मॉनसून का अक्ष हिमालय की तलहटी में पहुंच जाएगा और इसी के साथ उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर झमाझम बारिश का सिलसिला एक बार फिर से शुरू हो जाएगा. इसी के साथ दिल्ली एनसीआर में 6 तारीख से मॉनसून की झमाझम बारिश के एक बार फिर से शुरू होने की संभावना है. जोरदार बारिश का ये दौर 6 अगस्त से लेकर 8 अगस्त तक चलने की संभावना बताई जा रही है.
मध्य भारत में भारी बारिश की आशंका
मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल मध्य भारत में कई जगहों पर काफी अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई है. पिछले 24 घंटों में मध्य महाराष्ट्र के ज्यादातर इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. महाबलेश्वर में पिछले 24 घंटों में 41 सेंटीमीटर की बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 से 72 घंटों तक पश्चिमी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पूर्वी राजस्थान का मध्य प्रदेश से लगे इलाके में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है.
कोंकण और गोवा में अगले तीन दिन तक बरसेंगे बादल
इसी के साथ कोंकण और गोवा में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट चरण सिंह के मुताबिक मॉनसून के लिए स्थितियां अभी और अनुकूल होने जा रही है. इसकी वजह है मॉनसून के अक्ष पर दो कम दबाव के क्षेत्र बन चुके हैं और इनकी वजह से मध्य भारत में मूसलाधार बारिश होने की खासी संभावनाएं हैं. लिहाजा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों को एक बार फिर से सतर्क होने की जरूरत है.
मध्य भारत में तीन दिन बाद कम होगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत में अगले तीन दिनों के बाद भारी बारिश के दौर में थोड़ी कमी आएगी और इसी के साथ उत्तर भारत में तेज बारिश का सिलसिला जोर पकड़ लेगा. मौसम विभाग के मुताबिक इस समय छत्तीसगढ़ के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और इसके पीछे एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बन चुका है. इन दोनों वेदर सिस्टम के चलते उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की खासी संभावना है और इसके चलते स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया है.
सबा नाज़ / सिद्धार्थ तिवारी