केंद्र का फैसला, भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र अब छात्रों और निजी कंपनियों के लिए खुला

केंदीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में बहुत बड़ा सुधार किया गया है. हमने अच्छी अंतरिक्ष संपत्ति का निर्माण किया है, ये अब एक तरह से सभी के उपयोग के लिए खोले जा रहे हैं.

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PM नरेंद्र मोदी (फाइल-एएनआई) PM नरेंद्र मोदी (फाइल-एएनआई)

कमलजीत संधू

  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2020,
  • अपडेटेड 6:00 PM IST

  • 'अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी कंपनियां भी होंगी शामिल'
  • गगनयान मिशन में लॉकडाउन से हुई देरीः जितेंद्र सिंह
  • एक तरह से सभी के उपयोग के लिए खोले जा रहेः जावड़ेकर

अंतरिक्ष जगत को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए छात्रों और निजी कंपनियों के लिए भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने का ऐलान किया है. आज बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि छात्रों समेत निजी कंपनियों के लिए भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को खोल दिया जाएगा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज बुधवार को अंतरिक्ष गतिविधियों के समस्त क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतरिक्ष क्षेत्र में दूरगामी सुधारों को मंजूरी दे दी. सरकार का यह निर्णय भारत को बदलने और देश को आत्मनिर्भर तथा तकनीकी रूप से आधुनिक बनाने की दिशा में अहम कदम करार दिया गया.

एटॉमिक इनर्जी एंड स्पेस मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद अंतरिक्ष से जुड़े कार्यक्रमों में तेजी आई है. मोदी सरकार के पिछले 6 सालों खासकर 2 साल में लॉन्चिंग और अतिरिक्त लॉन्चिंग गतिविधियों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल स्पेस प्रोमोशन एंड अथॉराइजेशन सेंटर (IN-SPACE) अब अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी कंपनियों को भी शामिल करेगा.

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अंतरिक्ष में नए तरीके शुरू होंगेः जीतेंद्र सिंह

जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसरो के तहत अंतरिक्ष में नए तरीके शुरू किए जाएंगे. न्यू इंडिया स्पेस के तहत अब छात्रों समेत निजी कंपनियों को अनुमति दी जाएगी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में बहुत बड़ा सुधार किया है. हमने अच्छी अंतरिक्ष संपत्ति का निर्माण किया है, ये अब एक तरह से सभी के उपयोग के लिए खोले जा रहे हैं.

जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष ढांचे का उपयोग करने को लेकर निजी कंपनियों के लिए खेल का मैदान उपलब्ध कराने के लिए इंडियन नेशनल स्पेस प्रोमोशन एंड अथॉराइजेशन (IN-SPACE) का गठन किया गया है. यह अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी उद्योगों को हाथ से पकड़ेगा, बढ़ावा देगा और मार्गदर्शन करेगा.

जितेंद्र सिंह ने कहा कि ISRO मूल संगठन है- गतिविधियां या परियोजनाएं या मिशन लॉन्च करने को फैसला करने में अहम भूमिका निभाएगा, लेकिन यह नई सुविधा खाई को भरने और डिमांड मोड को पूरा करने के लिए पेश की गई है.

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उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल स्पेस प्रोमोशन एंड अथॉराइजेशन सेंटर (IN-SPACE) कोई नई संस्था नहीं है, लेकिन इसकी भूमिका अब इसरो में बढ़ा दी गई है. यह अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक नया मोड़ है. वे एक-दूसरे के काम के पूरक होंगे जो वे क्रॉस उद्देश्यों पर काम नहीं करेंगे.

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निजी क्षेत्र की आरंभिक सहायता करेगा IN-SPACE

इंडियन नेशनल स्पेस प्रोमोशन एंड अथॉराइजेशन सेंटर निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए समान अवसर उपलब्ध कराएगा. यह बढ़ावा देने वाली नीतियों तथा अनुकूल नियामकीय वातावरण के जरिए अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी क्षेत्र की आरंभिक सहायता करेगा, उन्हें बढ़ावा तथा दिशा-निर्देश देगा.

सरकार के महत्वाकांक्षी मिशन गगनयान पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से इसमें देरी हुई लेकिन मिशन अब फिर से वापस ट्रैक पर आ गया है.

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