महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर फंसे पेच के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर चल रही बीजेपी कोर कमेटी की आपात बैठक खत्म हो गई है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के आवास पर वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई और यह तय हुआ कि जल्द ही सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
दूसरी ओर, आजतक से खास बातचीत में बीजेपी नेता सुधीर मुंगटीवार ने कहा कि हम जल्द ही सरकार बनाएंगे. हम शिवसेना से बातचीत के लिए तैयार हैं और अब फैसला उन्हें करना है. सुधीर मुंगटीवार ने आगे कहा कि हमने बैठक में विस्तार से चर्चा की है. हम शिवसेना का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी ही बनेगी. कोई अगर मगर की स्थिति नहीं है. आप लोगों को कभी भी किसी भी समय सरकार बनाने को लेकर खबर मिल सकती है.
उन्होंने आगे कहा कि देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में राज्य में बनने वाली सरकार को केंद्र और केंद्रीय संसदीय समिति से मंजूरी मिल गई है. बीजेपी देवेंद्र फडणवीस के साथ एकजुट होकर खड़ी है. हमें कोई संदेह नहीं है कि हम जल्द ही सरकार बना लेंगे.
अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का होगाः संजय राउत
दूसरी ओर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में सच्चाई, न्याय और अधिकारों के लिए लड़ रही है. राज्य के ऊपर लगा ग्रहण जल्द हट जाएगा और नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह जल्द होगा.
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने का निर्णय महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दखलंदाजी को खारिज कर दिया. महाराष्ट्र चुनाव में शिवसेना, बीजेपी सहयोगी दल हैं.
कल अमित शाह से मिले थे देवेंद्र फडणवीस
इससे पहले आज मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में अपने आवास पर बीजेपी कोर कमेटी की आपात बैठक बुलाई. फडणवीस के आवास पर बुलाई गई यह आपात बैठक काफी अहम मानी जा रही है , क्योंकि कल (सोमवार) ही फडणवीस ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी जिसके बाद यह आपात बैठक बुलाई गई.
बीजेपी और शिवसेना ने एक साथ महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा था. 24 अक्टूबर को आए नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और सत्तारुढ़ बीजेपी 105 सीटों पर सिमट गई, जबकि शिवसेना 56 सीटें जीतने में कामयाब रही.
क्या शिवसेना छोड़ेगी बीजेपी का साथ?
दोनों दलों के पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त विधायक नहीं हैं, लेकिन दोनों ही दल 50-50 फॉर्मूले को अपने-अपने हिसाब से आगे रख रहे हैं और सत्ता में भागीदारी को लेकर चल रही खींचतान के चलते अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है.
सत्ता के गलियारे में चर्चा यहां तक है कि शिवसेना बीजेपी को छोड़कर एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बना सकती है. हालांकि, इस विषय पर अब तक कोई ठोस बातचीत सामने नहीं आई है.
ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में शिवसेना की शर्तों को मानकर सरकार गठन का सस्पेंस खत्म किया जाएगा या पार्टी कोई और फैसला लेती है.
(इनपुट- आईएएनएस से)
कमलेश सुतार