पाकिस्तान में रह रही भारतीय लड़की गीता की घर वापसी के लिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इस बाबत सरकार ने उन लोगों की तस्वीर पाकिस्तान भेजने का निर्णय किया है, जो गीता के माता-पिता होने का दावा कर रहे हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार रात इस बारे ट्विटर पर जानकारी दी.
विदेश मंत्री ने ट्विटर पर एक के बाद एक तीन ट्वीट में लिखा, 'मैंने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात की. मैंने उनसे उन लोगों की तस्वीर भेजने के लिए कहा है जो गीता को अपनी बेटी बता रहे हैं.' सुषमा स्वराज ने लिखा कि सरकार उन तस्वीरों का पाकिस्तान गीता के पास भेजेगी ताकि वह उनकी पहचान कर सके.
न्यूज चैनल्स पर गीता की खबर आने के बाद विदेश मंत्रालय ने उसके बारे में संज्ञान लिया. उसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाक में भारतीय उच्चायुक्त को निर्देश दिया कि वह उससे जाकर मिले. इसके बाद मंगलवार को टीसीए राघवन और उनकी पत्नी रंजना राघवन ने कराची में गीता से मुलाकात की है. सोमवार की देर शाम पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसकी परमिशन दी थी.
बताते चलें कि कराची में एक NGO के पास भारत की लड़की गीता करीब 14 साल से रह रही है. करीब दस साल की उम्र में गीता गलत बस में बैठकर सरहद के पास आ गई थी. वो बोल और सुन नहीं सकती है. गीता अपने घर वापस आना चाहती है, लेकिन चाहकर भी कोई उसके घर का पता नहीं ढूंढ पा रहा है. गीता की कहानी सलमान खान की हालिया रिलीज फिल्म 'बजरंगी भाईजान' से भी मिलती है. उसकी स्थिति फिल्म के किरदार शाहिदा उर्फ मुन्नी के किरदार की तरह है.
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