MCD चुनाव के बाद कट सकता है सैकड़ों गेस्ट टीचर्स का पत्ता

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा विभाग के ताजा सर्कुलर के अनुसार 1 मई से नई PFC लागू होने जा रही है. इससे गेस्ट टीचर्स में अभी से चिंता बढ़ने लगी है. बहुत से गेस्ट टीचर्स को अपनी जॉब खोने का डर सताने लगा है.

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गेस्ट टीचर्स की नौकरी पर संकट गेस्ट टीचर्स की नौकरी पर संकट

अंकित यादव

  • नई दिल्ली,
  • 29 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 12:15 AM IST

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा विभाग के ताजा सर्कुलर के अनुसार 1 मई से नई PFC लागू होने जा रही है. इससे गेस्ट टीचर्स में अभी से चिंता बढ़ने लगी है. बहुत से गेस्ट टीचर्स को अपनी जॉब खोने का डर सताने लगा है.

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग प्रतिवर्ष सरकारी विद्यालयों में बच्चों की संख्या के आंकलन के अनुसार PFC लागू करता है जिससे विद्यालयों में विषय शिक्षकों की संख्या में कमी-अधिकता होती रहती है.

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इसमें सरप्लस हुए अध्यापकों को अन्य विद्यालय में जहां पोस्ट बढ़ी हुई हैं, भेज दिया जाता है लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में सबसे ज्यादा गाज गेस्ट टीचर्स पर गिरती है. विद्यालय में पोस्ट सरप्लस होते ही उन्हें रिलीविंग लेटर हाथ में थमा दिया जाता है.

क्या है PFC
पीएफसी का मतलब है पोस्ट फिक्सेशन सेल. इसके तहत हर साल यह तय होता है कि बच्चों के अनुपात में उस सब्जेक्ट के टीचर कितने हैं. अगर गेस्ट टीचर ज्यादा मिले तो उन्हें हटा दिया जाता है.

गेस्ट टीचर्स दिल्ली में दैनिक वेतन भोगी हैं. उनकी एक भी दिन की छुट्टी होने का मतलब है सीधे PRT,TGT,PGT के लिए क्रमशः 1365, 1403, 1485 रुपये दैनिक वेतन का नुकसान. इस प्रक्रिया से गेस्ट टीचर्स को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.

एक तरफ जहां दिल्ली के सरकारी विद्यालय पहले ही टीचर्स की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं एक मई से नई PFCलागू होने से सरप्लस अतिथि शिक्षकों को तत्काल रिलीव करने से विद्यालयों में शिक्षकों की और ज्यादा कमी से अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाती है.

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पहले PFC 1 अप्रैल से लागू होना था, लेकिन अप्रैल में ही MCD चुनाव होने हैं, जिसमें भारी संख्या में स्थाई अध्यापक चुनावी ड्यूटी में व्यस्त रहेंगे. अप्रैल में ही कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, जिसमें भी शिक्षकों की ड्यूटी लगती है. साथ ही, काफी शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में लगा दिया जाता है. अप्रैल में प्रवेश प्रक्रिया और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी.

गेस्ट टीचर्स ने शिक्षा विभाग से आग्रह किया है कि PFC से प्रभावित गेस्ट टीचर्स को तब तक विद्यालय से न हटाया जाए जब तक उसे दूसरे विद्यालय में समायोजित न कर दिया जाए. विद्यालय से हटाए जाने की स्थिति में गेस्ट टीचर्स का वेतन न काटा जाए तथा गर्मियों की छुट्टियों में गेस्ट टीचर्स के ट्रांसफर का काम पूरा किया जाए, जिससे जुलाई में विद्यालय खुलते ही प्रभावित गेस्ट टीचर्स को बाहर न बैठना पड़े.

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