मनीला में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व के देशों के प्रति अपनापन महसूस करते हैं. यहां राम और बुद्ध के प्रति श्रद्धा का भाव है. हमने एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारतीय समुदाय फैला हुआ है.
उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं एक ऐसी धरती और देश में आया हूं, जो भारत के बहुत महत्वपूर्ण है. हमारा प्रयास भारत को बदलने का है, ताकि हमारे देश की हर चीज अंतरराष्ट्रीय मानकों के स्तर की हो.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने दुनिया में शांति के लिए हमेशा अपना योगदान दिया है. यूएन शांति सेनाओं में योगदान देने के मामले में हमारा महाद्वीप सबसे बड़ा है. भारत महात्मा गांधी का देश है, शांति हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है.
गांधी ने जहां छोड़ा था, वहीं से काम शुरू किया
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत को जहां छोड़ा था, हम वहीं से आगे बढ़ा रहे हैं. लोगों को गैस का कनेक्शन दिया है. गैस का कनेक्शन इतना महत्वपूर्ण था कि सांसद को 25 सिलेंडर का कनेक्शन था और इसी के दम पर वे लोगों को लुभाते थे. 2014 तक लोगों की सोच का यही दायरा था, और देश ताली बजा रहा था कि हमको 9 की बजाय 12 सिलेंडर मिल जाएंगे. हमने तीन करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर देने का काम किया है.
सब्सिडी के नाम पर होता था खेल
उन्होंने कहा कि हमने 30 करोड़ लोगों को बैंकिंग सेक्टर में सम्मान से एंट्री दिलवाई है. सफलता-असफलता की परवाह किए बिना काम किया. हमने गरीबों की अमीरी देखी है. मोदी ने कहा कि यहां घर के लोग उपस्थित हैं, तो बता सकता हूं कि सब्सिडी के नाम कितना खेल होता था. ऐसे लोगों के नाम पर गैस सब्सिडी जाती थी कि कहा नहीं जा सकता.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सब्सिडी सही लोगों को मिलनी चाहिए. हमारे प्रयासों से 57 हजार करोड़ रुपये बचा है. ये एक साल नहीं, बल्कि हर साल बच रहा है. उन्होंने कहा कि आप लोग बताइए देश बदलना चाहिए कि नहीं, बदलाव होना चाहिए कि नहीं.
भारत बदलेगा, तो आप यहां रहना पसंद नहीं करेंगे
मोदी ने कहा कि 2014 से पहले तक खबरें आती थी कि कोयले में गया, टू-जी में गया, अब देश पूछता है कि मोदी जी बताइए कितना आया. हमारे देश में कोई कमी नहीं है, देश के पास पूरा सामर्थ्य है. उसी को लेकर हम कई नीतियां लेकर चल रहे हैं. जन भागीदारी को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. उसके परिणाम इतने अच्छे मिलेंगे कि आप भी लंबे समय तक यहां रहना पसंद नहीं करेंगे.
नंदलाल शर्मा