महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ इलाके में रविवार को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई. इसकी वजह से दो लोंगों की मौत हो गई. वहीं, फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. जानकारी के मुताबिक, ओलावृष्टि जालना, बुलढाणा, अकोला, वाशिम और अमरावती जिलों में हुई.
रविवार सुबह से महाराष्ट्र के कई भागों में तेज हवा के साथ ओले गिरे और बारिश भी हुई. इसका सबसे बुरा असर किसानों की फसलों पर हुआ. नींबू के आकार के ओलों ने लोगों को 1999 और 2014 में हुए आसमानी कहर की याद दिला दी. इस आफत ने 2 लोगों की जान भी ले ली.
इस आफत से बुलढाणा जिले के 50 गांव में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अचानक आई इस आफत में गेहूं, चना, प्याज, आम और अंगूर की फसल को नुकसान हुआ है. बुलढाणा के संग्रामपूर तहसील में खेत में काम कर रहे किसान और मजदूरों को इन ओलों ने जख्मी किया. इनका अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अकोला जिले के अकोट तहसील मे लगभग 14 गावों को इससे नुकसान पहुंचा है. इस ओलावृष्टि से जिले की लगभग 700 से 1000 हेक्टर चने की फसल को नुकसान पहुंचा है. इसकी जानकारी तहसीलदार विश्वनाथ घुगे ने दी है .
वहीं, महाराष्ट्र के जालना जिले में घनसावंगी, जालना, मंठा और अन्य जगह भारी मात्रा में ओले गिरे. ओले गिरने से आम, मोसंबी, अंगूर, प्याज आदी फसल को नुकसान हुआ है.
रणविजय सिंह / पंकज खेळकर