Maha Shivratri 2020: 21 या 22 फरवरी? जानें महाशिवरात्रि की सही तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि

Maha Shivratri 2020 Date: चतुर्दशी तिथि भगवान शिव की ही तिथि मानी जाती है. चतुर्दशी तिथि को ही शिवरात्रि होती है. 21 फरवरी को त्रयोदशी के दिन जो लोग पूजन नहीं कर पा रहे हैं तो वो 22 फरवरी को भी चतुर्दशी के समय तक शिव का पूजन कर सकते हैं.

Advertisement
Maha Shivratri 2020: 21 फरवरी को महाशिवरात्रि, करें भगवान शिव को प्रसन्न Maha Shivratri 2020: 21 फरवरी को महाशिवरात्रि, करें भगवान शिव को प्रसन्न

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 8:11 AM IST

Maha Shivratri 2020: महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना का दिन माना जाता है. इसी तरह मासिक शिवरात्रि भी मनाई जाती है. शिवरात्रि का मुख्य पर्व साल में दो बार व्यापक रुप से मनाया जाता है. एक फाल्गुन के महीने में तो दूसरा श्रावण मास में. फाल्गुन के महीने की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है. महाशिवरात्रि के दिन लोग व्रत रखते हैं और पूरे विधि विधान से शंकर भगवान की पूजा करते हैं. हालांकि महाशिवरात्रि के पर्व की तिथि को लेकर कुछ लोग दुविधा में हैं. आइए जानते हैं महाशिवरात्रि की सही तिथि क्या है.

Advertisement

कब मनाई जाएगी महाशिवरात्रि? (Maha Shivratri Kab Hai)

इस बार जो महाशिवरात्रि पड़ रही है वो 21 फरवरी को है. 21 तारीख को शाम को 5 बजकर 20 मिनट से त्रयोदशी तिथि समाप्त हो जाएगी और चतुर्दशी तिथि शुरू होगी. चतुर्दशी तिथि को ही शिवरात्रि मनाई जाती है. शिवरात्रि तिथि रात्रि में जब होगी तभी मनाई जाएगी.

महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त (Maha Shivratri Puja Shubh Muhurat)

21 फरवरी को ये शिवरात्रि शाम को 5 बजकर 20 मिनट से शुरु होकर शनिवार 22 फरवरी को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगी. रात्रि की पूजा शाम को 6 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 52 मिनट तक होगी. शिवरात्रि में जो रात का समय होता है उसमें चार पहर की पूजा होती है.

ये भी पढ़ें: अमरनाथ यात्रा 23 जून से, एक अप्रैल से होंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

Advertisement

व्रत खोलने का समय (Maha Shivratri 2020: Fasting Vidhi)

चतुर्दशी तिथि भगवान शिव की ही तिथि मानी जाती है. चतुर्दशी तिथि को ही शिवरात्रि होती है. 21 फरवरी को त्रयोदशी के दिन जो लोग पूजन नहीं कर पा रहे हैं तो वो 22 फरवरी को भी चतुर्दशी के समय तक शिव का पूजन कर सकते हैं. मंदिरों में 22 फरवरी को भी धूमधाम से शिव का पूजन किया जाएगा. शिवरात्रि तभी मनानी चाहिए जिस रात्रि में चतुर्दशी तिथि हो. शिवरात्री का व्रत रखने वाले अगले दिन 22 फरवरी को सुबह 6 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 22 मिनट तक पारण कर सकते हैं.

Maha Shivratri: इस दिन भूलकर ना करें ये काम, नाराज हो जाएंगे महादेव

महाशिवरात्रि की पूजा विधि (Maha Shivratri Puja Vidhi)

शिव रात्रि को भगवान शंकर को पंचामृत से स्नान करा कराएं. केसर के 8 लोटे जल चढ़ाएं. पूरी रात्रि का दीपक जलाएं. चंदन का तिलक लगाएं.

तीन बेलपत्र, भांग धतूर, तुलसी, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं. सबसे बाद में केसर युक्त खीर का भोग लगा कर प्रसाद बांटें.

 - पूजा में सभी उपचार चढ़ाते हुए ॐ नमो भगवते रूद्राय, ॐ नमः शिवाय रूद्राय् शम्भवाय् भवानीपतये नमो नमः मंत्र का जाप करें.

Advertisement

ये भी पढ़ें- महाशिवरात्रि पर बन रहा विषयोग, इन 4 राशियों पर असर

महाशिवरात्रि पर करें शिव के इन मंत्रों का जाप (Shiva Mantras)

इच्छापूर्ति के लिए महादेव के मंत्रों का जाप करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और अपार शक्ति की प्राप्ति होती है. महादेव के मंत्र महाशक्तिशाली माने गए हैं. ऐसे में ज्योतिर्विद श्रुति द्विवेदी से जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर इच्छापूर्ति साधना के लिए करें शिव जी के ये मंत्र-

शिवरात्रि की रात महा सौभाग्यता का पूजन

भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष दिन होता है शिवरात्रि इस दिन भगवान श‌िव की पूजा सबसे आसान मानी जाती और भोलेनाथ सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता भी माने जाते हैं. तो आइए जानते हैं ज्योतिर्विद विनोद भारद्वाज से कैसे करें शिवरात्रि की रात महा सौभाग्यता का पूजन-

यहां देखें बाबा भोलेनाथ को मनाने का राशि अनुसार उपाय

ये भी पढ़ें: गुरु प्रदोष व्रत रखने का ये है सही तरीका

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement