मध्य प्रदेश: बच्चों का होगा इंटरेस्ट टेस्ट, फिर होगी काउंसलिंग

मध्य प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे 10वीं के विद्यार्थियों का इंटरेस्ट टेस्ट करवाने का फैसला किया है. इस टेस्ट के माध्यम से बच्चों के इंटरेस्ट के बारे में जाना जाएगा कि वो उनकी किस फील्ड या काम में रूचि है.

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प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

मोहित पारीक

  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 8:40 AM IST

मध्य प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे 10वीं के विद्यार्थियों का इंटरेस्ट टेस्ट करवाने का फैसला किया है. इस टेस्ट के माध्यम से बच्चों के इंटरेस्ट के बारे में जाना जाएगा कि वो उनकी किस फील्ड या काम में रूचि है. इसके माध्यम से विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों और भविष्य के विकल्पों की जानकारी दी जाएगी.

स्कूल शिक्षा विभाग की जानकारी के अनुसार इस साल छह लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण (इंटरेस्ट टेस्ट) कराया जाएगा. इसके लिए पुणे के श्यामची आई फाउंडेशन के साथ तीन वर्ष का करार हुआ है. यह एजेंसी अभिरुचि परीक्षण और करियर काउंसिलिंग का कार्य नि:शुल्क रूप से करेगी.

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बताया गया है कि पुणे की संस्था द्वारा विद्यार्थियों के अभिरुचि परीक्षण और एप्टीट्यूड टेस्ट के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही विभिन्न विभागों से जानकारी प्राप्त कर करियर काउंसिलिंग के लिए संबंधित एजेंसी द्वारा करियर पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है.

आईएएनएस के अनुसार इस टेस्ट के माध्यम से यह पता लगता है कि विद्यार्थी को क्या पसंद है और उनमें मौजूद क्षमता के अनुरूप वह किस दिशा में बढ़ सकते हैं. इसके साथ ही कॅरियर काउंसिलिंग में विद्यार्थियों को यह बताया जाएगा कि उनकी रुचि के अनुसार अध्ययन की व्यवस्था किन शिक्षण संस्थानों में मौजूद है और वहां किस तरह प्रवेश लिया जा सकता है.

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तय कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 10वीं में पढ़ने वाले छह लाख विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण फरवरी-2018 में किया जाएगा. परीक्षण का परिणाम दो अप्रैल, 2018 तक घोषित किया जाएगा.

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