लोकसभा में असहिष्णुता पर चर्चा के दूसरे दिन मंगलवार को फिर तीखी बहस हुई. विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े प्रश्न पूछे. गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने इसके जवाब में कहा कि जब से एनडीए सरकार सत्ता में आई है, सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं कम हुई हैं.
रिजिजू ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 'मैं इस बहस में नहीं पड़ना चाहता कि पिछली सरकारों के दौरान क्या हुआ. लेकिन हमारी सरकार में ऐसी घटनाओं में कमी आई है.' कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी आज इस बहस में हिस्सा ले सकते हैं. खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में बहस में हिस्सा लेंगे.
लेफ्ट ने किया प्रदर्शन
लेफ्ट ने संसद में प्रदर्शन किया. डी राजा, सीताराम येचुरी और मोहम्मद सलीम भी इस प्रदर्शन में शामिल थे. एक दिन पहले मोहम्मद सलीम के बयान पर ही हंगामा हुआ था और संसद की कार्यवाही से बहस के इस हिस्से को हटा लिया गया था. सलीम ने राजनाथ के उस विवादास्पद बयान का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने मोदी को हिंदू पीएम बताया था.
नहीं बदलेगी सांप्रदायिक हिंसा की परिभाषा
कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की ओर से यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार सांप्रदायिक हिंसा कानून के तहत सांप्रदायिक हिंसा की परिभाषा बदलेगी, गृह राज्यमंत्री ने कहा कि अभी जो कानून है, उसी के अनुरूप सांप्रदायिक हिंसा के मामलों से निपटा जाता है. इसमें बदलाव का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है.
विकास वशिष्ठ