दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल पर 80 वॉर्ड ब्वॉय को निकालने के मामले में लेबर कोर्ट की एक टीम ने छापा मारा. कांट्रेक्ट एजेंसी ने इन वार्ड ब्वाय को निकाल दिया था जिसको लेबर कोर्ट में चुनौती दी गई थी.
अस्पताल में लेबर कोर्ट की टीम ने कई घंटे जांच की. प्रशासन और ठेकेदार एजेंसी को 18 अप्रैल को लेबर कोर्ट में पेश होना है. सरकारी अस्पतालों में ठेके के कर्मचारी अक्सर कांट्रैक्ट एजेंसी की मनमानी का शिकार बनते हैं. प्रशासन भी इन कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं करता है.
लेबर कोर्ट में की गई शिकायत में ठेका लेने वाली एजेंसी के साथ अस्पताल प्रशासन को पार्टी बनाया गया था. अस्पताल प्रशासन सारी गलती ठेका लेने वाली एजेंसी की बता रहा है. वॉर्ड ब्वॉय विनोद कुमार ने कहा, हम लेबर कोर्ट में गए थे जिसकी सुनवाई आज हुई है. वहां से पांच लोगों की टीम आई थी जिन्होंने छपा मारा है. लॉन्ड्री डिपार्टमेंट में छह लोग काम करते हैं लेकिन वेतन दो लोगों का ही आता है.
अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक सविता बब्बर ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि कोई हड़ताल पर नहीं है एजेंसी चेंज हुई है.
दिल्ली आज तक ब्यूरो