आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास का एक ट्वीट हजारों सवालों को जन्म दे रही है. कवि विश्वास ने लोकतंत्र के सत्तर साल पर तंज कसा है. आजादी के सत्तर साल बीतने के बाद भी आज सिर्फ राष्ट्रपति के जात को लेकर चर्चा हो रही है. कुमार विश्वास जात-पात से ऊपर उठकर राष्ट्रपति उम्मीदवार में उनके गुण के आधार पर चुनने की बात कर रहे हैं.
अमित शाह ने कई बार कहा दलित है उम्मीदवार अमित शाह ने सोमवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में रामनाथ कोविंद का नाम सामने रखा. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इसका ऐलान किया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही उन्होंने कई बार इस बात पर जोर दिया की उम्मीदवार दलित है. एक बार नहीं बल्कि कई बार उन्होंने इस बात को दोहराया.
मायावती ने तो समुदाय भी बता दी बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती का बयान भी ध्यान देने लायक है. मायावती ने कहा कि अगर विपक्ष किसी अन्य दलित और लोकप्रिय चेहरे को सामने नहीं लाता है तो वो कोविंद को समर्थन पर विचार कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि कोविंद कानपुर में कोली समुदाय से आते हैं. मायावती ने कहा है कि अगर कोई अन्य दलित उम्मीदवार मैदान में नहीं आता है तो वो कोविंद को सपोर्ट कर सकती हैं.
रामविलास कहते है दलित विरोधी होंगे कोविंद का विरोध करने वाले एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान ने तो कोविंद के नाम पर असहमति जताने वालों को दलित विरोधी बता दिया. उन्होंने कहा- 'रामनाथ कोविंद बहुत ही योग्य व्यक्ति हैं. वह इस पद के लिए पूरी तरह से सही हैं. वह पिछड़ी जाति से आते हैं और हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकील भी रह चुके हैं. दलित विरोधी लोग ही उनका विरोध करेंगे.'
विजय रावत