देश की सबसे बड़ी लूट! 12 घंटे में ऐसे बरामद हुए 22 करोड़

देश की राजधानी दिल्ली जब अपनी आपाधापी में दौड़ रही थी. कोई आपना काम निबटा रहा था. कोई मंज़िल पर पहुंचने की जल्दी में था. उसी समय एक चोर, देश की सबसे बड़ी चोरी का प्लान बना रहा था. ऐसे चोरी दिल्ली में तो क्या शायद ही देश में कहीं हुई होगी. जी हां, पूरे साढ़े 22 करोड़ की चोरी. इसकी कहानी पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी से शुरू होती है.

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मुकेश कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2015,
  • अपडेटेड 11:18 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली जब अपनी आपाधापी में दौड़ रही थी. कोई आपना काम निबटा रहा था. कोई मंज़िल पर पहुंचने की जल्दी में था. उसी समय एक चोर, देश की सबसे बड़ी चोरी का प्लान बना रहा था. ऐसे चोरी दिल्ली में तो क्या शायद ही देश में कहीं हुई होगी. जी हां, पूरे साढ़े 22 करोड़ की चोरी. इसकी कहानी पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी से शुरू होती है.

दोपहर के ढाई बजे करीब एक्सिस बैंक के चेस्ट से एसआईएस सिक्योरिटी की चार गाड़ियां कुल 38 करोड़ रुपये लेकर राजधानी के अलग-अलग एटीएम में कैश भरने के लिए रवाना होती हैं. सभी गाड़ियों में ड्राइवर के साथ हथियारबंद सिक्योरिटी गार्ड भी रहते हैं. इन्ही गाड़ियों में से एक वैन नंबर (DLILK 9189) में पूरे 22 करोड़ 50 लाख रुपये रखे हुए थे.

गाड़ी के अंदर अलग-अलग लोहे 9 बॉक्स में ये रकम रखी हुई थी. वैन में गनमैन और ड्राइवर था. गाड़ी ओखला इलाके की तरफ रवाना होती है. इसी रास्ते पर वैन का ड्राइवर अपना प्लान तैयार करता है. रास्ते में श्रीनिवासपुरी पहुंचने पर गनमैन पटेल को टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होती है. गनर गाड़ी तो रुकवाता है लेकिन ड्राइवर चोरी को अंजाम दे देता है.

21 थानों की पुलिस कर रही थी तलाश
करीब पौने चार बजे गार्ड ने अपने ऑफिस पहुंचकर, एसआईएस को बताया. कार्रवाई शुरु हुई, जीपीएस से सर्च किया गया और करीब दो घंटे में साढ़े 22 करोड़ की रकम से भरी वैन गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से बरामद हो गई. लेकिन वैन पूरी तरह से खाली थी. चोर रकम उड़ाने कामयाब हो चुका था. इसके बाद दिल्ली में पूरे 21 थानों की पुलिस चोर की तलाश मे जुट जाती है.

मोबाइल फोन से ट्रैक हुई ड्राइवर की लोकेशन
इसके साथ ही स्पेशल स्टाफ, एटीएस, क्राइम ब्रांच, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जैसी तमाम यूनिट इस में मिशन में झोंक दी गईं. पुलिस ने प्रदीप का पूरा बहीखाता निकाल लिया, वो यूपी के बलिया का रहनेवाला था. उसका पुराना कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं था. जीपीआरएस और मोबाइल फोन को ट्रैक करती हुई पुलिस सुराग तलाशती हुई गोविंदपुरी के उसी गोडाउन तक पहुंच गई, जहां पैसे रखे हुए थे.

11 हजार रुपये निकाल कपड़े और घड़ी खरीदा
गिरफ्त में आने के बाद ड्राइवर प्रदीप ने खुलासा किया कि गाड़ी लेकर वह ओखला मंडी के पास मर्सिडीज के पुराने शो रूम के पीछे एक गोदाम में ले गया. बुजुर्ग गार्ड से कहा उसका कुछ सामान है वह कल ले जाएगा. फिर गाड़ी लेकर श्रीनिवासपुरी मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचा. गाड़ी छोड़ कर फरार हो गया. इसके बाद सीधे ओखला के गोदाम पहुंचा. 11 हजार रुपये निकालकर कपड़े और घड़ी खरीदा. रात को गोदाम में ही सो गया.

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