जैसे ही छिछालेदर मची, उस कंपनी ने माफी मांगते हुए वो विज्ञापन वापस ले लिया. उन नेताओं के बयान पर भी शायद ज्यादा ध्यान न दिया गया हो. हद तो तब हो गई जब अस्पताल में उनके माथे पर ही भूकंप लिख दिया गया. नेपाल में आए भूकंप के बाद ऐसी कई अपमानजनक हरकतें लगातार हो रही हैं.
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मृगांक शेखर