कानपुर गोलीकांड में गिरफ्तार उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस के सब इंस्पेक्टर केके शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. उन्होंने जान को खतरा होने की संभावना जताई है. केके शर्मा ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने चौबेपुर पुलिस स्टेशन के निलंबित एसओ विनय विनय तिवारी और एसआई केके शर्मा को गिरफ्तार किया था. दोनों पर धारा 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. केके शर्मा और एसओ विनय तिवारी पर मुखबिरी का आरोप है.
ये भी पढ़ें- गुजरात: एक तिहाई बहुमत से सरकार बना रहे थे हार्दिक पटेल, ट्रोल हुए तो डिलीट किया ट्वीट
केके शर्मा ने अपने और अपनी पत्नी के लिए सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने कहा कि विकास दुबे और उसके सहयोगियों की मुठभेड़ के बाद उन्हें भी अपनी जान का खतरा है, क्योंकि एसटीएफ उन्हें विकास दुबे और उनके सहयोगियों की तरह मार सकती है.एसआई केके शर्मा ने मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी या सीबीआई से कराने की मांग की है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली पहुंचे सचिन पायलट, मिलने के मूड में नहीं पार्टी आलाकमान
बता दें कि 2 जुलाई की रात को कानपुर पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने पहुंची थी. पुलिस जैसे ही विकास दुबे के घर दाखिल होती है उसके ऊपर गोलियां बरसाई जाती हैं. इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो जाते हैं. इस घटना के बाद विकास दुबे फरार हो जाता है. घटना के करीब एक हफ्ते बाद उसे उज्जेन से गिरफ्तार किया जाता है. उज्जैन पुलिस उसे यूपी एसटीएफ को सौंप देती है. उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे एनकाउंटर में मारा जाता है.
संजय शर्मा