अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर बहस: लाइव टीवी पर भिड़ गईं तुलसी और कमला!

डेमोक्रेट्स पार्टी की पांचवीं डिबेट में भारतीय मूल की दो महिला उम्मीदवार आपस में भिड़ गईं. सेनेटर कमला हैरिस और कांग्रेसवुमेन तुलसी गबार्ड के बीच तीखी बहस हुई, जिसका वीडियो जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है.

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MSNBC चैनल पर हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट MSNBC चैनल पर हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST

  • अमेरिका में शुरू हुईं प्रेसिडेंशियल डिबेट
  • लाइव टीवी पर भिड़ीं तुलसी और कमला
  • डेमोक्रेट्स पार्टी की उम्मीदवार हैं दोनों

अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बहस का सिलसिला शुरू हो गया है. डेमोक्रेट्स पार्टी की पांचवीं डिबेट में भारतीय मूल की दो महिला उम्मीदवार आपस में भिड़ गईं. सेनेटर कमला हैरिस और कांग्रेसवुमेन तुलसी गबार्ड के बीच तीखी बहस हुई, जिसका वीडियो जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है.

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दरअसल, बहस की शुरुआत में जब तुलसी गबार्ड ने अपना पक्ष रखा तो उन्होंने दावा किया कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं, तो मिडिल ईस्ट में हर बार अमेरिकी सेना को नहीं भेजा जाएगा. जहां पर जरूरत हो तभी विचार किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने पूर्व की सरकारों और उनकी नीतियों को जमकर आलोचना की.

तुलसी गबार्ड के तर्कों का जवाब जब सेनेटर कमला हैरिस ने देना शुरू किया तो उन्होंने पूरा इतिहास खंगाल दिया.

कमला हैरिस ने कहा कि हमारे साथ आज स्टेज पर वो हैं जो ओबामा सरकार की लगातार आलोचना करती रहीं, जबकि वो भी हमारी ही पार्टी की सरकार थी. फोक्स न्यूज़ पर बैठकर उन्होंने सिर्फ आलोचना ही की है. इतना ही नहीं जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुने गए, तो उन्हें बधाई देने वालों में तुलसी ही सबसे आगे थीं. जबकि ट्रंप ने तबतक शपथ भी नहीं ली थी.

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तुलसी गबार्ड ने दिया ये जवाब...

जब कमला हैरिस ये आरोप लगा रही थीं तब तुलसी गबार्ड लगातार बीच में कमेंट कर बोल रही थीं कि ये सब बकवास है. कमला हैरिस ने कहा कि अब जरूरत है कि डेमोक्रेट्स की तरफ से ऐसा इंसान आगे जाए जो कि डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की धज्जियां उड़ा सके.

कमला हैरिस के इन आरोपों को तुलसी गबार्ड ने भी जवाब दिया और कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि एक व्यक्ति लगातार स्टेज से झूठ की लाइन लगाए हुए है. वह इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं कि विदेशी मामलों में मेरी नीतियां बड़ा बदलाव ला सकती हैं.

गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अभी पार्टी लेवल की डिबेट्स चल रही हैं. पहले पार्टी लेवल की डिबेट होगी, जिसके बाद अंत में दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों की बहस होगी.

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