रिबन फिल्म के किरदार के लिए कोई खास तैयारी की?
यह मुंबई की एक मिड्ल क्लास यंग वर्किंग मदर का रोल है. वह जो सोचती है, करती है. मैं पहली बार ऐसा रोल कर रही हूं इसलिए मुझे तैयारी करनी पड़ी. निर्देशक राखी शांडिल्य की दोस्त की बेबी के साथ एक महीने तक वर्कशाप किया.
महिला और पुरूष निर्देशक के काम में फर्क?
कोई फर्क नहीं है. हम इनसान पहले हैं, जेंडर बाद में. डाइरेक्शन में उनका काम बोलता है.
शाहरुख खान के साथ काम करने की तमन्ना?
यह बचपन का सपना है. हालांकि, मैं तीनों खान के साथ फिल्में करना चाहती हूं. शाहरुख से लगाव ज्यादा इसलिए है कि बचपन में उनकी फिल्में देखी हैं. कुछ कुछ होता है जैसी फिल्म मिले तो बहुत अच्छा है.
महिलाओं की किस तरह की आजादी चाहती हैं?
पुरुषों के साथ समानता चाहिए. काम के साथ-साथ मेंटालिटी में भी समानता हो. यह स्कूल में ही सिखाना पड़ेगा कि दोनों एक-दूसरे के साथ काम कर सकते हैं. शिक्षा में अलगाव नहीं होना चाहिए. जॉब करने वाली वुमेन सुपरवुमेन हैं.
इंस्टाग्राम पर आपकी पोस्ट फोटो और वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया होती है.
मैं उसे पढ़ती नहीं. मैं जब सोशल मीडिया पर फोटो या वीडियो डालती हूं तो वह पब्लिक प्रॉपर्टी हो जाती है.
कल्कि एक बिंदास महिला मानी जाती हैं, आपकी प्रतिक्रिया?
लाइफ में उतार-चढ़ाव आते-जाते रहते हैं. लेकिन बिंदास होना चाहिए और हमें जिंदगी का भरपूर मजा लेना चाहिए.