मोदी संग जापानी PM श‍िंजो आबे ने की गंगा आरती, बुलेट ट्रेन के लिए दिल्ली में हुआ करार

मोदी और आबे एक ही विमान से वाराणसी पहुंचे थे और एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अख‍िलेश यादव, उनके पिता मुलायम सिंह यादव और राज्यपाल राम नाईक ने गर्मजोशी से स्वागत किया. एयरपोर्ट पर मोदी और आबे के स्वागत में ढोल नगाड़े बजाए गए.

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बनारस की गंगा आरती में शि‍ंजो आबे और पीएम मोदी बनारस की गंगा आरती में शि‍ंजो आबे और पीएम मोदी

रोहित गुप्ता

  • नई दिल्ली/वाराणसी,
  • 12 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 7:22 AM IST

पीएम नरेंद्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ शनिवार शाम को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और दोनों ने यहां के मशहूर दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में श‍िरकत की. आबे आरती के वक्त भारतीय कपड़ों में नजर आए.

एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत
मोदी और आबे एक ही विमान से वाराणसी पहुंचे थे और एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अख‍िलेश यादव, उनके पिता मुलायम सिंह यादव और राज्यपाल राम नाईक ने गर्मजोशी से स्वागत किया. एयरपोर्ट पर मोदी और आबे के स्वागत में ढोल नगाड़े बजाए गए. प्रख्यात संगीतज्ञ और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, रचनाकार नीरजा माधव, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के पंडित अशोक द्विवेदी भी यहां मौजूद थे. दोनों देशों की प्रधानमंत्र‍ियों की सुरक्षा के लिए 7 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात हैं.

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भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ाएगा जापान
इससे पहले शनिवार सुबह आबे और मोदी की दिल्ली के हैदराबाद हाउस में औपचारिक मुलाकात हुई. प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में दोनों नेताओं के बीच आपसी सहमति के तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई और दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन समेत कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों देशों ने आपसी संबंधों को नया आयाम देने की प्रतिबद्धता दोहराई और तमाम क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमत हुए. हाई स्पीड रेल के विकास के लिए शिंजो आबे ने भारत को 12 बिलियन डॉलर की मदद का भरोसा भी दिलाया.

इन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

  • भारत में पहला बुलेट ट्रेन नेटवर्क बनाने के लिए समझौता
  • भारत और जापान के बीच असैन्य परमाणु उर्जा पर MoU
  • रक्षा उपकरणों एवं प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए समझौता
  • PM मोदी ने जापानी नागरिकों के लिए एक मार्च 2016 से आगमन पर वीजा सुविधा का ऐलान किया

बुलेट ट्रेन पर खर्च होंगे 97,636 करोड़
मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर की दूरी के लिए बुलेट ट्रेन चलाने के लिए रेलवे प्रोजेक्ट की कुल लागत 97,636 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. जापान इस लागत के एक बड़े हिस्से तकरीबन 79,000 करोड़ रुपये की धनराशि भारत को बतौर सॉफ्ट लोन देने जा रहा है. भारत-जापान के बीच हुए करार के मुताबिक 79,000 करोड़ रुपये का ये सॉफ्ट लोन भारत को 50 साल की अवधि में चुकाना है. इसमें शुरुआत के 15 साल तक कर्ज वापसी की जरूरत नहीं है और इस अवधि के लिए ब्याज की दर महज 0.1 फीसदी होगी. यानी कर्ज वापसी का सिलसिला कर्ज मिलने के 15 साल बाद ही शुरू होगा.

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प्रोजेक्ट पूरा करने में लगेंगे 7 साल
मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को 7 साल में पूरा करने की बात इस भारत-जापान करार में कही गई है. इसके अलावा मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए शिन्कान्सेन तकनीक का इस्तेमाल करने पर भी सहमति हुई है. भारत-जापान के बीच हुए बुलेट ट्रेन के करार के मुताबिक जापान भारत को टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर भी करेगा और इस ट्रेन को चलाने के लिए जरूरी ट्रेनिंग भी मुहैया कराएगा.

दोनों PM ने बिजनेस लीडर्स फोरम को संबोधित किया
शनिवार सुबह मोदी और आबे ने बिजनेस लीडर्स फोरम को संबोधित किया. इस फोरम में शिंजो आबे ने मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'नीतियां लागू करने में पीएम मोदी की रफ्तार बुलेट ट्रेन जैसी ही है. मोदी की आर्थिक नीतियां शिंकानसेन जैसी हैं- हाई स्पीड, सुरक्षित, भरोसेमंद और बहुत से लोगों को साथ लेकर चलने वाली.'

राष्ट्रपति मुखर्जी से भी मिले आबे
शिंजो आबे ने शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की. वह तीन दिन की भारत यात्रा पर शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे थे. राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्वीट के मुताबिक, 'जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आज (शनिवार) राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की.' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर बताया, 'एक करीबी एवं विश्वसनीय साझेदारी. प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की.'

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