जामिया VC ने मानी छात्रों की मांगें, पुलिस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार

जामिया मिलिया इस्लामिया प्रशासन ने छात्रों की मांगें मान ली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन दिल्ली पुलिस के खिलाफ कानून कार्रवाई पर विचार करेगा और वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर ने छात्रों को लिखित आश्वासन दिया है.

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वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर (फाइल फोटो-PTI) वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर (फाइल फोटो-PTI)

तनुश्री पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 13 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 9:36 PM IST

  • जामिया मिलिया इस्लामिया प्रशासन ने मानी छात्रों की मांगे
  • दिल्ली पुलिस के खिलाफ कराई जाएगी कानूनी कार्रवाई

जामिया मिलिया इस्लामिया प्रशासन ने छात्रों की मांगें मान ली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन दिल्ली पुलिस के खिलाफ कानून कार्रवाई पर विचार करेगा और वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर ने छात्रों को लिखित आश्वासन दिया है. इससे पहले सोमवार दोपहर वीसी ने छात्रों से कहा कि उनकी ओर से FIR दर्ज की जा चुकी है, लेकिन पुलिस की तरफ से उनकी FIR को रिसीव नहीं किया जा रहा है.

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जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन अब दिल्ली पुलिस के खिलाफ कोर्ट में गुहार लगाएगा. वीसी नजमा अख्तर ने सोमवार को आरोप लगाया कि 15 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस बिना अनुमति के विश्वविद्यालय परिसर में घुसी और उसने छात्रों पर बर्बर कार्रवाई की. नजमा अख्तर ने विश्वविद्यालय के छात्रों को बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी है.

नजमा अख्तर ने छात्रों से कहा कि सबसे पहले 15 दिसंबर की रात हुई कार्रवाई की शिकायत जामिया नगर पुलिस थाने में दी गई. कार्रवाई न होने पर डीसीपी दफ्तर में शिकायत भेजी गई. संयुक्त पुलिस आयुक्त को जामिया प्रशासन ने पत्र लिखा, क्राइम ब्रांच से मामले की शिकायत की गई. उसके बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त को भी जामिया में पुलिस द्वारा की गई बर्बर कार्रवाई की शिकायत दी गई. इसके बावजूद अभी तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.

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कोर्ट पहुंचेगा जामिया प्रशासन

कुलपति ने कहा कि अब विश्वविद्यालय प्रशासन इसके लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएगा. उन्होंने बताया कि "विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष गुहार लगाई है. आयोग अपनी जांच शुरू कर चुका है. मंगलवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जामिया के जख्मी छात्रों से मिलकर उनके बयान दर्ज करेगा."

वीसी दफ्तर का छात्रों ने किया घेराव

इसके पहले सोमवार सुबह जामिया विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने वीसी के दफ्तर का घेराव किया. छात्रों ने वीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों का आरोप था कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दिल्ली पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई जा रही है. इसके बाद वीसी बाहर निगलीं और उन्होंने छात्रों के बीच आकर मामले में उठाए गए कदमों के बारे में छात्रों को बताया.

गौरतलब है कि 15 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस जामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई थी. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने लाइब्रेरी में घुसकर तोड़फोड़ की और छात्रों को बुरी तरह से पीटा. छात्रों के मुताबिक, इस दौरान दिल्ली पुलिस ने लाइब्रेरी में आंसू गैस के गोले भी फेंके थे.

(IANS इनपुट के साथ)

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