गजल को नई ऊंचाई दी जगजीत सिंह ने

गजल सम्राट जगजीत सिंह का जन्‍म 8 फरवरी 1941 को राजस्‍थान के श्रीगंगानगर में हुआ था. उनके पिता का नाम अमर सिंह धिमान और मां का नाम बचन कौर था जो पंजाब के ढल्‍ला गांव के निवासी थे.

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जगजीत सिंह जगजीत सिंह

आजतक वेब ब्‍यूरो

  • नई दिल्‍ली,
  • 10 अक्टूबर 2011,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST

गजल सम्राट जगजीत सिंह का जन्‍म 8 फरवरी 1941 को राजस्‍थान के श्रीगंगानगर में हुआ था. उनके पिता का नाम अमर सिंह धिमान और मां का नाम बचन कौर था जो पंजाब के ढल्‍ला गांव के निवासी थे.

जगजीत सिंह की पत्‍नी चित्रा सिंह की विख्‍यात गजल गायिका हैं. जगजीत जी ने कुरुक्षेत्र युनिवर्सिटी से इतिहास में एमए की पढ़ाई पूरी की.

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साइनिया घराने से ताल्‍लुक रखने वाले जगजीत सिंह ने उस्‍ताद जमाल खान से खयाल, ठुमरी, ध्रुपद जैसी गायन विधाओं में महारत हासिल की. पंजाबी, हिन्‍दी, उर्दू, बंगाली, गुजराती, सिंधी और नेपाली भाषाओं में गजल गाने वाले जगजीत सिंह को 2003 में भारत के तीसरे सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान पद्म भूषण से अलंकृत किया गया.

भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व उनकी पत्‍नी गुरशरण कौर जगजीत सिंह के बहुत बड़े प्रशंसक हैं. जगजीत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिखे गीतों को आवाज दी. अटल बिहारी वाजपेयी के गीतों की दो अलबम नई दिशा 1999 में और संवेदना 2002 में निकाली जिसमें जगजीत सिंह ने अपनी आवाज के साथ-साथ संगीत भी दिया था.

'प्रेम गीत', 'अर्थ' जैसी फिल्‍मों और 'मिर्जा गालिब' व 'कहकशां' जैसे टीवी धारावाहिकों से उनकी आवाज जन-जन तक पहुंची. स्‍वतंत्रता की पहली लड़ाई की 150वीं जयंती पर 10 मई 2007 को उन्‍होंने संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों की संयुक्‍त बैठक में अंतिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर की गजल 'लगता नहीं है दिल मेरा' गायी.

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1987 में बियोंड टाइम अलबम के साथ भारतीय संगीत के इतिहास में डिजिटल मल्‍टी ट्रैक रिकॉर्डिंग करने वाले वे पहले कंपोजर बने. ब्रेम हैमरेज के कारण 23 सिंतबर 2011 से वो मुंबई के लीलावती अस्‍पताल में भर्ती थे.

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