इसरो को बड़ा झटका, 48 घंटे बाद ही अंतरिक्ष में लापता हुआ सैटेलाइट जीसैट-6ए

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) का कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-6ए से संपर्क टूट गया है. इसरो ने गुरुवार की शाम को इस सैटेलाइट को लॉन्च किया था. हालांकि इसरो की ओर से सैटेलाइट से संपर्क साधने की कोशिश जारी है.

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इसरो की ओर से सैटेलाइट से संपर्क की कोशिशें जारी हैं इसरो की ओर से सैटेलाइट से संपर्क की कोशिशें जारी हैं

नंदलाल शर्मा

  • नई दिल्ली ,
  • 01 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) का कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-6ए से संपर्क टूट गया है. इसरो ने गुरुवार की शाम को इस सैटेलाइट को लॉन्च किया था. हालांकि इसरो की ओर से सैटेलाइट से संपर्क साधने की कोशिश जारी है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र (इसरो) का कहना है कि 29 मार्च को प्रक्षेपित जीसैट-R-6ए उपग्रह के साथ उनका संपर्क टूट गया है और उसके साथ संपर्क फिर से स्थापित करने की कोशिश की जा रही है.

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गौरतलब है कि इसरो उपग्रह की गतिविधियों को लेकर चुप्पी साधे हुए था. इसरो ने एक बयान में कहा है कि 31 मार्च की सुबह द्रव अपोगी मोटर (एलएएम) ने करीब 53 मिनट चल कर जीसैटR-6ए को दूसरी कक्षा तक सफलतापूर्वक पहुंचाया.

पढ़िए क्या थी जीसैट-6A सैटेलाइट की खासियत

अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, उपग्रह को एक अप्रैल को तीसरी और अंतिम बार इंजन की मदद से अपने अंतिम लक्ष्य पर पहुंचना था और फिर कक्षा में चक्कर लगाना था, लेकिन उससे हमारा संपर्क टूट गया.

इसरो का कहना है, ‘‘उपग्रह के साथ संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है.’’ इसरो ने जीएसएलवी-एफ-R08 के सफल प्रक्षेपण के साथ ही जीसैट-R-6ए को उसकी कक्षा में स्थापित किया था. इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया था.

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यह उपग्रह मोबाइल सिग्नल को सुदूर इलाकों में पहुंचाने में मदद करेगा. साथ ही सेना की संचार प्रणाली को भी इस उपग्रह से काफी मजबूती मिलने वाली थी.

इसरो की चुप्पी से उठे थे सवाल

उपग्रह के संबंध में इसरो की चुप्पी ने लोगों के मन में संदेह पैदा कर दिया था. सामान्य तौर पर इसरो उपग्रह के सभी स्तर की गतिविधियों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर साझा करता है.

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