सीरिया में ISIS ने दागे जहरीली गैस के गोले

इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने सीरिया में देर अल जोर प्रांत में सैन्य ठिकानों पर मंगलवार को जहरीली गैस (मस्टर्ड गैस) के कई गोले दागे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जहरीले गैस के गोलों ने देर अल जोर के हवाई अड्डे के आसपास स्थित सैन्य ठिकानों पर शक्तिशाली प्रहार किया. गैस हमले के कारण कई जवानों को सांस लेने में तकलीफ हुई.

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अल जोर के हवाई अड्डे पर दागे गोले अल जोर के हवाई अड्डे पर दागे गोले

मुकेश कुमार

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  • 05 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 7:13 PM IST

इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने सीरिया में देर अल जोर प्रांत में सैन्य ठिकानों पर मंगलवार को जहरीली गैस (मस्टर्ड गैस) के कई गोले दागे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जहरीले गैस के गोलों ने देर अल जोर के हवाई अड्डे के आसपास स्थित सैन्य ठिकानों पर शक्तिशाली प्रहार किया. गैस हमले के कारण कई जवानों को सांस लेने में तकलीफ हुई.

अल मयादीन टीवी चैनल ने कहा कि आतंकवादी संगठन द्वारा देर अल जोर हवाई अड्डे को नष्ट करने के निरंतर प्रयास के तौर पर यह हमला किया गया है. यह ठिकाना इराक के निकट इस तेल समृद्ध प्रांत में सीरियाई सरकार के कब्जे में बचे कुछ ही सैन्य ठिकानों में से है. सीरियाई बलों ने हवाईअड्डे पर आईएस के एक बड़े पैमाने के आक्रमण को नाकाम कर दिया.

ISIS के लिए ब्रिटिश भाइयों की मौत
इस्लामिक स्टेट (ISIS) के लिए लड़ते हुए दो ब्रिटिश भाइयों की मौत हो गई है. समाचार पत्र 'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, खलीफ शरीफ (21) और अब्दुल रहमान (18) नवम्बर 2014 में मैनचैस्टर स्थित अपना घर छोड़कर युद्धग्रस्त सीरिया चले गए थे. उनके माता-पिता अब्दुल्लाही और फातमा को आईएस के आतंकवादियों ने यह खबर दी है.

ISIS ने की भाइयों की मौत की पुष्टि
ग्रेटर मैनचैस्टर स्थित रमजान फाउंडेशन के अध्यक्ष मोहम्मद शफीक ने कहा कि आतंकवादी संगठन ने इस बात की पुष्टि की है कि अब्दुल रहमान की मौत हो गई है. उसका बड़ा भाई लापता है. उसे 'मृत मान लिया गया' है. अब्दुल रहमान ने सीरिया जाने से पहले युनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर और खरीफ ने साउथ ट्रैफॉर्ड कॉलेज में शिक्षा हासिल की थी.

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