दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और सेंट्रल एजेंसियों ने दिल्ली और गुजरात से चार आईएसआईएस आतंकियों को गिरफ्तार कर बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है. आजतक/इंडिया टुडे के हाथ इन आतंकियों के लीडर ख्वाजा मोइनउद्दीन की इंटेरोगेशन रिपोर्ट लगी है.
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और सेंट्रल एजेंसियों ने दिल्ली के वजीराबाद से एनकाउंटर के बाद तीन आईएस आतंकी ख्वाजा मोइनउद्दीन, सैयद अली नवास और अब्दुल समद को गिरफ्तार किया, जबकि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इनपुट पर गुजरात एटीएस ने जफर को गिरफ्तार कर बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया.
इसके अलावा साउथ इंडिया में दो हिंदू लीडर की हत्या की साजिश समेत कन्याकुमारी में इंस्पेक्टर की हत्या का खुलासा भी किया. उस आईएस आतंकी संगठन के सरगना ख्वाजा मोइनउद्दीन की इंटेरोगेशन रिपोर्ट की एक्सक्लूसिव कॉपी आजतक/इंडिया टुडे के हाथ लगी है. यह इंटेरोगेशन रिपोर्ट चौंकाने वाली है.
जिहाद के रास्ते पर चल पड़ा
इंटेरोगेशन रिपोर्ट के मुताबिक, ख्वाजा मोइनउद्दीन 10वीं तक पढ़ा हुआ है. ख्वाजा ने इंद्रा नाम की लड़की से प्रेम विवाह किया था. हालांकि, ख्वाजा का आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की तरफ झुकाव होने लगा, फिर वो जिहाद करने के रास्ते पर चल पड़ा. इसलिए उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया.
इंटेरोगेशन रिपोर्ट के मुताबिक, ख्वाजा ने आतंक फैलाने के लिए साल 2004 में तमिलनाडु के कुड्डालूर (Cuddaloor) में दलितों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया, फिर नेल्लीकप्पम (Nellikuppam) इलाके में ट्रेनिंग कैम्प खोला और हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने लगा. इसी मामले में 2017 में NIA ने ख्वाजा समेत सभी को गिरफ्तार किया था.
मुनानी लीडर की हत्या करवा दी
वहीं, 2014 में हिंदू मुनानी लीडर ने इस्लाम के पैगंबर नबी का मजाक उड़ाते हुए कमेंट किया था, साथ ही इस्लाम पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद ख्वाजा काफी गुस्से में आया और 3 लड़कों को रेडिकलाइज किया फिर उन्हीं लड़कों से मुनानी लीडर की हत्या करवा दी.
मुनानी लीडर की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने ख्वाजा समेत बाकी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. ख्वाजा जेल में भी तकरीर करने लगा और जेल में ही आतंकी मॉडयूल तैयार कर लिया. साल 2015 में सलेम (Salem) जेल में जब ख्वाजा बंद था, तो उसने जेलर पर हमला करवा दिया और जेलर को काफी देर तक बंधक बनाकर रखा.
10वीं के बाद CPI (M) ज्वॉइन किया
ख्वाजा ने जब 10वीं पास की तो उसने CPI (M) कम्यूनिस्ट संगठन ज्वॉइन किया. बाद में MNP संगठन ज्वॉइन किया, जो साउथ इंडिया का कट्टरपंथी संगठन था, जो बाद में PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) में शामिल हो गया था. इस तरह ख्वाजा का PFI कनेक्शन भी सामने आ गया. वो PFI जिसका केरल और तमिलनाडु में कई हमले और हत्याएं करने का आरोप है. वहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में CAA प्रोटेस्ट के दौरान सुनियोजित हिंसा की साजिश रचने का भी आरोप लगा है.
ख्वाजा पर NIA समेत आईबी और सेंट्रल एजेंसियों की लगातार नजर बनी हुई थी. ख्वाजा जेल से छूटने के बाद लगातार नया मॉड्यूल तैयार कर रहा था, वो भी विदेशी हैंडलर के साथ मिलकर, जिसे एजेंसियों ने ट्रैक कर लिया. इसके बाद ख्वाजा फरार हो गया था और दिल्ली समेत कई राज्यों में आतंकी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था. बाद में इसके साथियों से साथ इसे दिल्ली से जबकि एक को गुजरात से गिरफ्तार किया गया.
फिलहाल ख्वाजा के 2 साथी कन्याकुमारी में इंस्पेक्टर विल्सन की हत्या करने के बाद से फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. ख्वाजा पुलिस के सामने आसानी से जुबान नहीं खोल रहा है. जांच एजेंसियों का दावा है कि आने वाले दिनों में कई बड़े एनजीओ जो आतंकी फंडिंग करते हैं और ख्वाजा के नेटवर्क से जुड़े हैं, साथ ही कई आतंकी मॉडयूल का खुलासा होगा.
अरविंद ओझा