देश भर में फैले लाखों बीमा एजेंटों के लिए अच्छी खबर आ गई है. बीमा नियामक IRDA संसदीय पैनल को एक ऐसा सुझाव देने जा रही है जिससे उनकी बल्ले-बल्ले हो जाएगी. यह खबर एक अंग्रजी आर्थिक अखबार ने दी है.
अखबार के मुताबिक IRDA बीमा पर बने उच्च स्तरीय पैनल से यह सिफारिश करने जा रही है कि वह एजेंटों को दिए जाने वाले कमीशन की सीमा समाप्त कर दे. अभी बीमा एजेंटों को पॉलिसी पर अधिकतम 40 फीसदी तक कमीशन मिलता है. इतना ही नहीं IRDA ने उन्हें लाइसेंस देने का अधिकार बीमा कंपनियों को देने की भी अनुशंसा की है.
दरअसल बीमा कानून पर संसद में एक संशोधन बिल आ रहा है जो शीतकालीन सत्र में पेश होगा. इसके लिए IRDA ने कई तरह के सुझाव दिए हैं जिनमें लाइसेंसिंग प्रोसेस भी है. अब तक IRDA की लाइसेंस और एजेंटों को ट्रेनिंग देती आ रही है लेकिन उसका कहना है कि यह काम बीमा कंपनियों को ही करना चाहिए.
एजेंटों का कमीशन
IRDA का कहना है कि नए कानून के तहत बीमा कंपनियां ही एजेंटों को दिए जाने वाले कमीशन की राशि तय करें. अभी बीमा किए जाने के पहले साल 40 फीसदी कमीशन की व्यवस्था है. बताया जाता है कि कमीशन पर इस प्रतिबंध के कारण एजेंट यह व्यवसाय छोड़ते जा रहे हैं. इस साल करीब 40,000 एजेंटों ने अपना काम छोड़ दिया.
बताया जाता है कि बीमा कंपनियां भी कमीशन बढ़ाने के पक्ष में हैं क्योंकि एजेंट ही उनके लिए 90 फीसदी बिजनेस लाते हैं. इसके अलावा उन पर यह प्रतिबंध रहता है कि वे सिर्फ एक ही कंपनी की बीमा पॉलिसी बेचने का काम कर सकते हैं. इस कारण अब उनकी रुचि इस व्यवसाय में नहीं रही.
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