सस्ता मिलेगा ट्रेन टिकट, अगर बैंकों ने मान ली रेलवे की ये बात

भारतीय रेलवे काउंटर पर टिकट देने पर हो रहे खर्च को कम करना चाहती है और इसका सीधा फायदा वह आम आदमी को देने की तैयारी कर रही है. हालांकि भारतीय रेलवे की तरफ से यह तब ही किया जा सकेगा, जब देश के बैंक उसकी बात मानेंगे.

Advertisement
काउंटर पर टिकट जारी करने पर होने वाले खर्च  को कम करना चाहता है रेलवे (PHOTO : Reuters ) काउंटर पर टिकट जारी करने पर होने वाले खर्च को कम करना चाहता है रेलवे (PHOTO : Reuters )

विकास जोशी

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:39 PM IST

भारतीय रेलवे काउंटर पर टिकट देने पर हो रहे खर्च को कम करना चाहती है और इसका सीधा फायदा वह आम आदमी को देने की तैयारी कर रही है. हालांकि भारतीय रेलवे की तरफ से यह तब ही किया जा सकेगा, जब बैंक उसकी बात मानेंगे.

दरअसल भारतीय रेलवे ने सभी बैंकों के प्रमुखों को एक पत्र लिखा है. उसमें रेलवे ने बैंकों से ऑनलाइन लेनदेन के लिए लिये जाने वाले चार्ज को खत्म करने का अनुरोध किया है. रेलवे ने बैंकों को भरोसा दिलाया है कि अगर वह ऑनलाइन लेनदेन के लिए मर्चंट डिस्काउंट चार्ज (एमडीआर) को खत्म करते हैं या फिर कम करते हैं, तो इससे सभी को फायदा होगा.

Advertisement

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेलवे ने इस पत्र में लिखा है कि अगर बैंक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन चार्ज खत्म करते हैं, तो इससे रेलवे का खर्च घटेगा. जिसका सीधा फायदा आम लोगों को सस्ते टिकट के तौर पर मिलेगा.

रेलवे ने कहा क‍ि यह कदम न सिर्फ रेलवे और आम लोगों को फायदा दिलाएगा, बल्कि कैशलेस इकोनॉमी के साथ ही बैंकों के लिए भी यह फायदेमंद होगा. रेलवे के एक अध‍िकारी ने बताया कि इस कदम से विंडो बुक‍िंग में होने वाले खर्च में कमी आएगी. यह खर्च कम होने से टिकट सस्ते हो जाएंगे.

अधिकारी ने बताया कि भारतीय रेलवे ने बैंकों से कहा है कि अगर वह ऑनलाइन लेनदेन के चार्जेज कम करते हैं या फिर पूरी तरह खत्म करते हैं, तो रेलवे ऐसे बैंकों की सुविधाओं को अपने डिपोजिट रखने के लिए यूज करेगा. इसके साथ ही अपने कर्मचारियों की सैलरी भी इन बैंकों के खातों में क्रेडिट करवाएगा.

Advertisement

बता दें  क‍ि मर्चंट डिस्काउंट चार्ज बैंकों की तरफ से वसूला जाता है. यह चार्ज डेबिट और क्रेडिट कार्ड की सेवा देने के नाम पर लिया जाता है. यह चार्ज 10 रुपये से लेकर लेनदेन का 1.8 फीसदी और टैक्स हो सकता है. भारतीय रेलवे पिछले कुछ महीनों से लगातार डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने में जुटी हुई है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement