रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पुष्टि करते हुए कहा कि वह जल्द ही चीन का दौरा करेंगी. सीतारमण ने यहां आयोजित एक समारोह से इतर इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, "हां, यह संभवत: अप्रैल के अंत में होगा."
उन्होंने कहा कि हालांकि इस संबंध में कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है. रक्षा मंत्रालय ने पिछले हफ्ते इससे इंकार किया था कि रक्षा मंत्री चीन की यात्रा पर जा रही हैं.
चीन ने पिछले वर्ष जून में भूटान के दावे वाले क्षेत्र में सड़क निर्माण की कोशिश की थी, जिसका भारतीय सेना ने विरोध किया था. इस घटना के बाद सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में दोनों देशों की सेनाएं 73 दिन तक एक-दूसरे के आमने-सामने आ गईं थी.
दोनों देश की सेनाओं के बीच यह गतिरोध 16 जून को शुरू हुआ था और 28 जून को समाप्त हुआ था.
घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी और दिसंबर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात के दौरान जोर देकर कहा था कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के लिए भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखना जरूरी है.
क्या था डोकलाम विवाद ?
पिछले वर्ष चीन ने जून में भूटान के दावे वाले क्षेत्र में सड़क निर्माण की कोशिश की थी, जिसका भारतीय सेना ने विरोध किया था. इस घटना के बाद सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में दोनों देशों की सेनाएं 73 दिन तक एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई थी. यह गतिरोध दोनों देश की सेनाओं के बीच 16 जून 2017 को शुरू हुआ था और 28 जून 2017 को समाप्त हुआ था.
डोकलाम विवाद के बाद की स्थिति
यह विवाद दोनों देशों की सहमति के साथ 73 दिन के गतिरोध के बाद समाप्त हुआ. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी और दिसंबर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात के दौरान जोर देकर कहा था कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के लिए भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखना जरूरी है.
नंदलाल शर्मा