सब्यासाची बोले- महिलाएं यूनिक दिखने के लिए काफी पैसा खर्च करती हैं

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के एक अहम सत्र में फैशन डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी और नईम खान ने शिरकत की. इस दौरान इन फेमस डिजाइनर्स ने 'फ्रंट रो: रीइन्वेंटिंग द क्लासिक' विषय पर बात की.

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सब्यासाची मुखर्जी सब्यासाची मुखर्जी

महेन्द्र गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 10:39 PM IST

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के एक अहम सत्र में फैशन डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी और नईम खान ने शिरकत की. इस दौरान इन फेमस डिजाइनर्स ने 'फ्रंट रो: रीइन्वेंटिंग द क्लासिक' विषय पर बात की.

सब्यासाची मुखर्जी ने कहा, महिलाएं यूनिक दिखने के लिए काफी पैसा खर्च करती हैं. वे खुद की अलग पहचान चाहती है. हम साड़ी को उतना पॉपुलर नहीं बना सकते थे यदि ये संयुक्त रूप से हम सबके कल्चर और जड़ों से न जुड़ी होती. ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम ट्रेडिशन को जिंदा रखें. परंपराएं कभी भी पीढि़यों का साथ नहीं छोड़ती हैं. हमारी जिम्मेदारी है कि हम कल और आज के बीच में एक सेतु का काम करें.

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 सब्यासाची ने अनुष्का शर्मा की शादी के दौरान उनके लिए चुनी गई ड्रेस के बारे में कहा, 'मैंने अनुष्का से पूछा था कि क्या वे दिल्ली में होने वाले अपने वेडिंग रिसेप्शन के दौरान लाल बनारसी साड़ी पहनना पसंद करेंगी? इसकी रेंज 8 हजार से एक लाख रुपए तक है. फैब्रिक पर डिपेंड करता है. उन्होंने लाल बनारसी साड़ी पहनी. अनुष्का अपने रिसेप्शन के लिए नो मेकअप लुक चाहती थीं. इससे सकारात्मक बदलाव ये आया है कि सेलेब्स का स्टाइल लोगों की पहुंच में है. कोई भी अनुष्का को बनारसी साड़ी में देखकर खुद भी उनके जैसी ड्रेस पहनने के बारे में सोच सकता है.

नईम खान ने इस दौरान कहा, बतौर फैशन डिजाइनर ये जानना जरूरी है कि मैं कौन हूं और कहां से बिलोंग करता हूं. अपनी जड़ों के बारे में पता होना चाहिए. मेरे दादा बचपन में मुझे फैक्टरी ले जाते थे. वे वहां वर्कर थे. मैं देखता था कि कितने अनुशासित तरीके वर्कर काम करते थे. फैशन कलर्स की एक अवधारणा है. मैं अमेरिका के फैशन स्कूल में पढ़ना चाहता था, क्योंकि भारत में कोई स्कूल नहीं था.

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सब्यायाची ने आगे कहा कई महिलाएं मेरे पास आती हैं, जो मेरे ब्रैंड को तो पसंद करती हैं, लेकिन वे अपनी यूनिक स्टाइल चाहती हैं. वे अपनी खुद की पहचान कायम करना चाहती हैं. मुझे ये पसंद है. सब्यासची ने कहा मॉर्डन होना मेरे लिए स्टेट ऑफ माइंड है, ये कोई फिजिकल एक्सप्रेशन नहीं है.  

 फैशन और स्टाइल में अंतर के सवाल पर सब्यासाची ने कहा, 'यदि आप फैशनेबल स्पेस में हैं तो आप असुरक्ष‍ित महसूस करते हैं. एक स्टाइलिश पर्सन चीजों को क्यूरेट करता है. जो रिलवेंट होता है, उसे चुनता है और चीजों के फैशन में न रहने के बाद भी बदलाव नही करता. रेखाजी से स्टाइलिश कोई नहीं है, एक साड़ी उन्होंने कई बार पहनी. लेकिन उनकी एक यूनिक स्टाइल है. यदि आप एक यूनिक स्टाइल चाहते हैं दो आप रिपिटेशन कर सकते हैं. हर व्यक्त‍ि का अपना एक फैशन सेंस होता है. आप ब्रैंड केंद्र‍ित नहीं हैं.

 नईम खान ने कहा हर देश के पास फैशन की एक कहानी होती है, जो बयां करती है कि मैं कौन हूं क्या हूं. हम अपनी कढ़ाई बुनाई जाने जाते हैं. ये कभी हमारे काम से बाहर नहीं होगी.

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