लद्दाख सीमा पर LAC के पास चीनी सेना ने आखिरकार अपने टेंट हटाने शुरू कर दिए हैं. दोनों सेनाओं के बीच हुई बातचीत के आधार पर चीनी सेना करीब एक-दो किमी. तक पीछे हट गई है. अब इस मामले पर चीन के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर दिया है.
चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि शांति स्थापित करने के लिए अग्रिम मोर्चे पर कुछ कदम उठाए गए हैं, इनमें सैनिकों को वापस हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है.
वहीं, दूसरी ओर चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की ओर से भी बॉर्डर पर तनाव कम होने की बात की गई है. ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि भारत और चीन की सेनाओं ने फ्रंट बॉर्डर से बैच के आधार पर सैनिक कम करने का निर्णय लिया है. इसमें दोनों देशों के बीच 30 जून को जो बैठक हुई थी, उसके बाद ये फैसला लिया गया है.
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चीन की ओर से कहा गया है कि कमांडर लेवल की बातचीत में दोनों देशों ने तनाव कम करने की इच्छा जताई, इसी आधार पर अब ये एक्शन हो रहा है. चीनी अखबार की ओर से कहा गया है कि भारत को चीन के साथ शांति की बात करनी चाहिए और अपने सैनिकों को कम करना चाहिए.
आपको बता दें कि चीन को जवाब देने के लिए भारत ने मिरर डिप्लॉयमेंट किया था. इसका मतलब जितने सैनिक चीन ने तैनात किए, भारत ने भी उतने ही तैनात कर दिए. इसके अलावा भारत की ओर से वायुसेना लगातार अपने लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास कर रही थी.
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मई के बाद से ही चीन और भारत के बीच यहां तनाव बना हुआ था. अब खबर है कि 15 जून को गलवान के जिस हिस्से में दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आई थीं, वहां से चीनी सेना करीब एक-दो किमी पीछे हट चुकी है. इलाके में अब बफर जोन बनाया गया है, ताकि पिछली बार की तरह सैनिकों में झड़प ना हो.
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