बिहार सरकार ने 2014 में भ्रष्टाचार विरोधी निकायों को किया कमजोर: सुशील मोदी

राज्य में भ्रष्टाचार विरोधी विभिन्न निकायों को जानबूझ कर कमजोर करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2014 को ऐसे निकायों को कमजोर करने के लिए जाना जाएगा.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जनवरी 2015,
  • अपडेटेड 11:50 AM IST

बिहार में भ्रष्टाचार विरोधी निकायों को जानबूझकर कमजोर करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2014 को ऐसे निकायों को कमजोर करने के लिए जाना जाएगा.

सुशील मोदी ने कहा, ‘ऐसे कई उदाहरण हैं जिससे यह संकेत मिलता है कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति से पीछे हटी है. घूस लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और भ्रष्ट लोगों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जानबूझकर धीमी कर दी गई है.’

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सुशील मोदी ने कहा, ‘राज्य सूचना आयोग के पास 35,000 से अधिक मामले लंबित पड़े हैं, लेकिन राज्य ने अपने सदस्यों की संख्या पांच से घटा कर तीन कर दी है. आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले 454 लोगों के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया है. अब तक बिहार में 40 आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है.’

- इनपुट भाषा

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