हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ रेप और फिर उसे जिंदा जला देने वाले चार आरोपियों की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई. 6 दिसंबर की तड़के तेलंगाना पुलिस के साथ मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए थे. अब आज इसी मसले पर तेलंगाना की हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है.
हाईकोर्ट ने सोमवार शाम 8 बजे तक आरोपियों के शवों को सुरक्षित रखने का आदेश जारी किया था. बता दें कि रविवार को ही NHRC की टीम ने हैदराबाद का दौरा किया था और एनकाउंटर को लेकर जांच थी.
सवालों के बाद राज्य सरकार ने बनाई SIT
गौरतलब है कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा पनपा था. लेकिन शुक्रवार सुबह जैसे ही आरोपियों के एनकाउंटर की खबर आई तो एक नई बहस छिड़ गई थी. तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, जब वह आरोपियों को क्राइम सीन पर ले गए तो उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया और भागने की कोशिश की इसी के बाद पुलिस-आरोपियों में मुठभेड़ हुई और चारों आरोपी मारे गए.
इस एनकाउंटर पर काफी सवाल भी खड़े हुए थे, इसी कारण हर कोई जांच की मांग कर रहा था. राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस एनकाउंटर की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया था, इस स्पेशल इन्वेस्टिगेशन कमेटी (SIT) का काम एनकाउंटर से जुड़े सभी साक्ष्यों को इकट्ठा करना था. इसके साथ ही पुलिस भी इस मामले में गवाहों के बयान को दर्ज करेगी.
एनकाउंटर पर पुलिस ने क्या दिया बयान?
27-28 नवंबर की रात हैदराबाद की महिला डॉक्टर के साथ आरोपियों ने पहले रेप किया और बाद में जिंदा जला दिया. इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा पनपा था और लोग इंसाफ के लिए सड़कों पर उतरे थे. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन शुक्रवार को जब पुलिस उसी जगह पर आरोपियों के साथ गई जहां पर शव मिला था तभी पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई थी.
साइबराबाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह उस जगह पर दिशा (महिला डॉक्टर का बदला हुआ नाम) का कुछ सामान इकट्ठा करने गए थे, इस दौरान आरोपियों को भी क्राइम सीन पर ले जाया गया, लेकिन तभी एक आरोपी ने पुलिस का हथियार छीना और बाकी आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इसी के बाद दोनों में मुठभेड़ हुई और चारों आरोपी मारे गए.
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