पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में PMC बैंक पर चर्चा
पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की मौजूदगी में इस बात पर गंभीरता से चर्चा हुई कि जब्त संपत्तियों की नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाई जाए, ताकि जमाकर्ताओं को उनकी राशि वापस की जा सके. बता दें, अबतक आर्थिक अपराध शाखा और ED द्वारा पीएमसी बैंक के आरोपियों की करीब 4000 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की जा चुकी है.
खुद RBI गवर्नर की PMC बैंक मामले पर नजर
गौरतलब है कि पिछले महीने पीएमसी बैंक के खाताधारकों से भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा था कि उनका पैसा सुरक्षित है और केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.क्या नहीं डूबेगा अब किसी का पैसा?
अगर ऐसा हुआ तो यह जमा पर बीमा राशि में 1993 के बाद पहली बार बढ़ोतरी होगी. गौरतलब है कि 1992 में प्रतिभूति घोटाले के बाद जब बैंक ऑफ कराड दिवालिया हो गया तो इसके बाद सरकार ने 1 जनवरी, 1993 से बैंक जमा पर बीमा 30 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया था.
पीएमसी बैंक के साथ फर्जीवाड़ा
बता दें कि पीएमसी बैंक घोटाला सितंबर में सामने आया था. तब से लेकर अब तक इस घोटाले में आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें बैंक के मौजूदा और पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही एचडीआईएल समूह के शीर्ष अधिकारी भी शामिल हैं.
aajtak.in / दिव्येश सिंह