पूर्वोत्तर मानसून ने तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों में तबाही मचा रखी है. भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बस्तियां, फसल बर्बाद हो गईं. परिवहन और संचार भी प्रभावित हुआ है. राज्य में बारिश से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 105 हो गई है. इस बीच, सेना और वायुसेना का बचाव अभियान भी जारी है. मौसम विभाग ने तमिलनाडु के साथ ही पुडुचेरी और तटीय आंध्रप्रदेश में अगले तीन दिन में भारी बारिश का अनुमान जताया है.
12 नवजात समेत 22 लोगों को बचाया
वायुसेना ने सोमवार को शहर के पानी में डूबे इलाकों से 12 नवजात बच्चों समेत 22 लोगों को हवाई मार्ग से बचाया. वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 100 लीटर पानी और खाने के 150 पैकेट गिराये. अधिकारियों ने कहा, ‘12 बच्चों और छह महिलाओं समेत 10 वयस्कों को हवाई मार्ग से निकाला गया. हेलीकॉप्टर ने तंबरम बेस से उड़ान भरी थी.
मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख
मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने अपने कैबिनेट सहयोगियों और अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की. उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों और बाढ़ प्रभावितों के पुनर्वास के लिए 500 करोड़ रुपये की आर्थित मदद की घोषणा भी की है.
सीएम ने की हालात की समीक्षा
मानसून संकट से निपटने को लेकर विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहीं जयललिता ने कहा कि हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे. सरकारी तंत्र लोगों के कल्याण के लिए दिन-रात काम में जुटा है. उन्होंने हालात की समीक्षा के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र डॉ. राधाकृष्णन नगर का दौरा भी किया और लोगों को भरोसा दिलाया कि चिकित्सा शिविर लगाने सहित राहत के सभी उपाए किए जा रहे हैं.
चेन्नई में ये हालात
रविवार रातभर बारिश होने से चेन्नई और उसके उपनगरों में पानी भर गया. कई जगहों पर सबवे पानी में डूबे रहे. जिला प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी. मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु तट पर बने कम दबाव क्षेत्र की वजह से भारी बारिश हुई और इसके उत्तर पश्चिम से उत्तर तमिलनाडु तट की ओर बढ़ने का अनुमान है. अगले 24 घंटे में दबाव का क्षेत्र और गहरा सकता है.
मछुआरों पर भी पड़ा असर
भारी बारिश और खराब मौसम के कारण 10,000 से ज्यादा मछुआरे पिछले चार दिन से समुद्र की ओर नहीं जा पा रहे हैं. पड़ोस के पुड्डुचेरी और कराईकल में स्कूल-कॉलेज सोमवार को भी बंद रहे. हालांकि यहां सुबह नौ बजे बारिश रुक गई. पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी ने कृषि निदेशालय से बारिश के कारण बागवानी फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है. पुडुचेरी के जिलाधिकारी डी मणिकनंदन ने बताया कि बेघर लोगों की सहायता के लिए 173 विशेष राहत केंद्र बनाए गए हैं.
राहत कार्य में कसर न छोड़े सरकारः कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार से कहा कि प्रभावित लोगों तक भोजन, आश्रय और राहत पहुंचाने में कोई कसर बाकी न छोड़ें. सोनिया ने कहा, ‘मैं तमिलनाडु, विशेष तौर पर चेन्नई, कुड्डलूर, विल्लुप्पुरम, कृष्णागिरि, धर्मपुरी और नीलगिरि जिलों में भारी बारिश से हुई तबाही से बहुत दुखी हूं. सोनिया ने कहा कि संकट की इस घड़ी में यदि कांग्रेस के कार्यकर्ता किसी तरह की कोई मदद कर सकते हैं तो वे तैयार हैं.
पंकज श्रीवास्तव