कोरोना संकट के बीच HDFC बैंक को चौथी तिमाही में शानदार मुनाफा, NPA में भी कमी

इस लॉकडाउन और आर्थिक संकट के बीच देश बड़े निजी बैंक ने अपनी चौथी तिमाही की रिपोर्ट से सबको चौंका दिया है.

Advertisement
कोरोना संकट के बीच HDFC बैंक ने सबको चौंकाया कोरोना संकट के बीच HDFC बैंक ने सबको चौंकाया

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST

  • एचडीएफसी बैंक ने अपनी चौथी तिमाही की रिपोर्ट से सबको चौंका दिया
  • ब्याज आय सालाना आधार पर 16.5 फीसदी बढ़कर 15204.06 करोड़ रुपये

फरवरी में येस बैंक की माली हालत को लेकर आई खबर से ग्राहकों के मन में प्राइवेट बैंक को लेकर विश्वास घटा था. लेकिन अब एक ऐसी खबर है, जिससे ग्राहकों के साथ-साथ बैंकिंग सेक्टर के लिए राहत की बात है. पिछले दिनों खबर आई थी कि लोग प्राइवेट बैंकों के मुकाबले सरकारी बैंकों को डिपॉजिट के लिए चुन रहे हैं.

Advertisement

लेकिन अब लॉकडाउन और आर्थिक संकट के बीच देश के बड़े निजी बैंक ने अपनी चौथी तिमाही की रिपोर्ट से सबको चौंका दिया है. HDFC Bank को चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में मुनाफा सालाना आधार पर 17.72 फीसदी बढ़कर 6,927.69 करोड़ रुपये रहा है.

मुनाफे में उछाल

चौथी तिमाही में बैंक की ब्याज आय सालाना आधार पर 16.5 फीसदी बढ़कर 15204.06 करोड़ रुपये रही. मौजूदा समय में एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप (शुक्रवार के आंकड़ों के मुताबिक) 4.98 खरब रुपये है.

इसे पढ़ें: लॉकडाउन संकट के बीच रघुराम राजन, अमर्त्य सेन और अभिजीत बनर्जी ने दिए ये 10 सुझाव

डिपॉजिट में भी इजाफा

दरअसल कोरोना वायरस संकट से चौथी तिमाही की रिपोर्ट पर असर का अनुमान लगाया जा रहा था. लेकिन बैंक के कारोबार में शानदार बढ़त देखने को मिली. चौथी तिमाही में बैंक की डिपॉजिट सालाना आधार पर 24.2 फीसदी और तिमाही आधार पर 7.4 फीसदी की बढ़त के साथ 11,46,500 करोड़ रुपये रहा.

एचडीएफसी बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा है कि 31 मार्च को खत्म हुई तिमाही में उसकी कुल कंसोलिडेटेड आय 38,287.17 करोड़ रुपये रही. इससे पहले वित्त वर्ष 2018-19 की मार्च तिमाही में बैंक की आय 33,260.48 करोड़ रुपये रही थी.

Advertisement

इसे भी पढ़ें: हर इंडस्ट्री का दर्द- लॉकडाउन के बीच अब हो काम की बात, हम हैं तैयार

बैंक ने यह भी बताया कि वह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में मुनाफे से संबंधित डिविडेंड का भुगतान नहीं करेगा. डिपॉजिट के नजरिए से देखें तो चौथी तिमाही पिछली 15 तिमाहियों में बैंक के लिए दूसरी सबसे बेहतर तिमाही रही.

एनपीए में गिरावट

बीती तिमाही में इस बैंक की एसेट क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिला है. इस अवधि में ग्रॉस एनपीए 16 बेसिस प्वाइंट की गिरावट के साथ 1.26 फीसदी पर रहा. वहीं नेट एनपीए 12 बेसिस प्वाइंट की गिरावट के साथ 0.36 फीसद रहा. चौथी तिमाही में बैंक की प्रोविजनिंग तिमाही आधार पर 24.34 फीसदी से बढ़कर 3,784.49 करोड़ रुपये रही.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement