हरिद्वार जल पुलिस के जवानों ने जान पर खेलकर गंग नहर पर भीमगोड़ा बैराज में फंसी एक महिला को नहर से निकाला. महिला को पुलिस ने निकाल तो लिया, लेकिन इसके बाद भी महिला को वह बचा नही पाये. हरिद्वार पुलिस ने जिस जगह पर से महिला को निकाला है, वह बेहद खतरनाक है. उस जगह पर पानी के बहाव को देखकर ही किसी की भी रूह कांपने लगती है. इसके बावजूद जल पुलिस के जवानों ने हिम्मत नहीं हारी और करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उस महिला को निकाल ही लिया.
तेज और कानों को गुंजा देने वाली गंगा की आवाज को सुनकर ही किसी का भी दिल दहल जाये और यदि कोई पानी के इस तेज वेग को देख ले तो एक बार को तो उसकी भी रूह कांप जाएगी. ऐसे में उस तेज वेग में उतरने की हिम्मत करना ही अपने आप में बड़ी बात है. यकीनन पानी के उस बहाव को देखकर किसी की भी हिमम्त जवाब दे जाएगी. पर हरिद्वार जल पुलिस के जवानों ने जो कुछ किया वो वाकई हैरत में ङाल देने वाला है. इसी बैराज से कानपुर तक जाने वाली सबसे बड़ी गंगनहर के पानी के बहाव को नियन्त्रित किया जाता है और यहां पर गंगा का जल स्तर सामान्य तौर पर 288 मीटर के आसपास रहता है.
कहीं से गंगा में एक महिला के बैराज में फंसे होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली तो कंट्रोल रूम ने इसकी सूचना जल पुलिस को दे दी. जल पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने जब बैराज पर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गये. जिस जगह पर महिला फंसी हुई थी वह बेहद खतरनाक थी और वहां उतरने का मतलब था जान को पूरी तरह से जोखिम में डालना. एक बार को तो जल पुलिस के जवानों की हिम्मत भी जवाब देने लगी थी. पर कांवङ यात्रा में गंगा में एक महिला के शव को देखर कहीँ कांवड़ियें भड़क ना जाएं यही सोचकर मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए जल पुलिस के जवानों ने जान पर खेलने का फैसला कर लिया.
जल पुलिस के जवान अपनी कमर में रस्सी बांधकर धीरे धीरे बैराज में उतर पड़े और वहीँ फंसी महिला को निकालने की कोशिश में लग गये. पर जवानों को नीचे उतरने पर पता चला कि वहां फंसी हुई महिला मर चुकी है और उसका शव बैराज में फंसे बड़े विशाल पेड़सें में अटका हुआ है. मगर जवानों ने जब मौत से टकराने की ठान ही ली थी तो पीछे हटने का सवाल कहां था. जल पुलिस के जवान महिला के शव को निकालने के लिए करीब 4 घंटे तक जान पर खेलते रहे और आखिरकार 4 घंटे बाद उन्होने महिला के शव को वहां से निकाल ही लिया. इस महिला की उम्र करीब 35 साल बताई जा रही है.
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