पाटीदार समाज के युवाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल को सूरत पुलिस ने सोमवार को जमानत मिलने के कुछ ही देर बाद राजकोट में ही दोबारा गिरफ्तार कर लिया. सूरत पुलिस ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है.
इससे पहले रविवार को राजकोट पुलिस ने उन्हें भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच से पहले स्टेडियम के बाहर से ही हिरासत में ले लिया था. हालांकि वह सोमवार को ही 10 हजार रुपये के बेल बॉन्ड पर जमानत पाने में कामयाब रहे थे.
अब इसलिए गिरफ्तारी...
सूरत पुलिस ने उन्हें राष्ट्रध्वज के अपमान और अपने समुदाय के युवाओं को पुलिसकर्मियों को मारने के लिए उकसाने का आरोप है. हार्दिक ने पटेल युवाओं को उकसाते हुए कहा था कि हिम्मत है तो आत्महत्या मत करो, पुलिसकर्मियों की हत्या करो. उनके इसी बयान पर राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया गया है.
डीसीपी ही शिकायतकर्ता
इस मामले में सूरत सिटी डीसीपी मार्कंड चौहान खुद शिकायतकर्ता हैं. चौहान ने बताया कि हार्दिक ने 3 अक्टूबर को अपने साथियों को उकसाया था. इसकी फुटेज भी उन्होंने देख ली है. इसके बाद ही केस दर्ज किया गया है.
हो सकती है उम्रकैद
यदि हार्दिक पर दोष साबित हो गया तो उन्हें कम से कम तीन साल और अधिकतम उम्र कैद भी हो सकती है. सूरत सिटी कमिश्नर राकेश अस्थाना ने पहले ही कह दिया था कि यदि हार्दिक को जमानत मिली तो सूरत पुलिस राजकोट से ही उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लेगी.
विकास वशिष्ठ