MP की सियासी उठापटक के बीच गुजरात के कांग्रेस विधायक भी जयपुर शिफ्ट

मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी सत्ता का संग्राम अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस को गुजरात में अब नया डर सताने लगा है. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है.

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गुजरात में कांग्रेस को सता रहा है क्रॉस वोटिंग का डर गुजरात में कांग्रेस को सता रहा है क्रॉस वोटिंग का डर

गोपी घांघर / शरत कुमार

  • अहमदाबाद/ जयपुर,
  • 14 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 12:51 AM IST

  • गुजरात में कांग्रेस को सताने लगा है क्रॉस वोटिंग का डर
  • राज्यसभा की चार सीटों के लिए 26 मार्च को होगी वोटिंग

मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक के बीच राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने गुजरात में एहतियातन कदम अभी से उठाने शुरू कर दिए हैं. शनिवार को कांग्रेस ने गुजरात के अपने 14 विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया. गुजरात के ये विधायक जयपुर के पांच सितारा होटल शिव विलास में रुके हैं.

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इन सभी विधायकों को राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी और महेंद्र चौधरी बस से लेकर शिव विलास होटल गए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक पहले से ही राजस्थान में डेरा डाले हैं. महाराष्ट्र के विधायक ब्यूना विस्ता रिजॉर्ट और ट्री हाउस में रुके हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महाराष्ट्र के विधायकों से मिलने ब्यूनाविस्ता रिजॉर्ट पहुंचे.

विधायकों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी ने देश में जो हालात बना रखे हैं, उसका रिफ्लेक्शन है कि पहले महाराष्ट्र के लोग आए थे, फिर मध्यप्रदेश के, अब गुजरात के आ रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ये नौबत क्यों आ रही है? कोई सरकार से असहमति व्यक्त करे तो वह देशद्रोही करार दे दिया जाता है. देश में लोकतंत्र कहां बचा है. हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सोच सकते हो कि मुल्क में क्या हो रहा है. यहां आने की जरूरत नहीं होती, बेंगलुरु में लोगों को बंदी बनाकर बैठा दिया गया है.

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अभी आएंगे और विधायक

गुजरात के विधायकों ने कहा कि विधानसभा का सत्र चल रहा है, इसलिए कुछ विधायक वहां रुके हुए हैं. एक-दो दिन में कुछ और विधायक जयपुर आएंगे. बाकी विधायकों के ठहरने का इंतजाम उदयपुर में होगा. गुजरात में राज्य सभा की 4 सीटें खाली हो रही हैं. बीजेपी ने राज्यसभा के लिए अपने तीन उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ दो उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है. ऐसे में चार राज्य सभा सीटों के लिए पांच प्रत्याशियों के ताल ठोकने से मतदान कराने की नौबत हो गई है.

इन विधायकों को भेजा गया जयपुर

दोनों सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने शनिवार को अपने कुछ विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया है. कांग्रेस के जो विधायक जयपुर पहुंचे हैं, उनमें हर्षद रिबदिया, बलदेवजी ठाकोर, जिनीबेन ठाकोर, हिम्मत सिंह पटेल, नाथाभाई पटेल, राजेश गोहिल, चिराग कांकरिया, लाखाभाई भारवाड, पूनम परमार, अजित सिंह, ऋत्विक मकवाना, इंद्रजीत सिंह ठाकोर, चंदनजी ठाकोर और प्रद्युम्न सिंह जडेजा शामिल हैं.

कांग्रेस को इस वजह से है क्रॉस वोटिंग का डर

गुजरात की चार राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को होने वाला चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है. बीजेपी की ओर से राज्यसभा के लिए अभय भारद्वाज और रमीवा बेन बारा के साथ तीसरे कैंडिडेट के तौर पर नरहरि अमीन को उतारा गया है. वहीं, कांग्रेस की ओर से राज्यसभा के लिए शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कैंडिडेट बनाए गए हैं. यही वजह है कि कांग्रेस को विधायकों की क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है.

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बीजेपी ने बढ़ाई कांग्रेस की धड़कन

बता दें कि गुजरात की जिन चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से तीन सीटें बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के पास है. मौजूदा विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से दोनों पार्टियों के खाते में दो-दो सीटों के मिलने के समीकरण बन रहे थे, लेकिन बीजेपी ने अपना तीसरा कैंडिडेट उतारकर मुकाबले को काफी दिलचस्प बना दिया है.

गुजरात में ऐसा है वोटों का समीकरण

गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ने और बीजेपी की घटने से राज्यसभा सीटों के समीकरण भी बदले हैं. गुजरात विधानसभा की कुल 182 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं. इस तरह कुल संख्या 180 है. ऐसे में गुजरात में राज्यसभा की एक सीट पर जीतने के लिए प्रथम वरीयता के लिए 37 वोट चाहिए.

कांग्रेस-BJP को है इतने विधायकों की जरूरत

गुजरात में मौजूदा समय में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस के पास 73 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी हैं. कांग्रेस को अपनी दो राज्यसभा सीटें जीतने के लिए भी 74 विधायकों का वोट चाहिए.

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वहीं, बीजेपी को अपनी तीनों राज्यसभा सीटें जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए. ऐसे में बीजेपी को एनसीपी और बीटीपी के साथ कांग्रेस के 5 विधायकों का वोट हासिल करना है, जिसके चलते कांग्रेस को अपने विधायकों की क्रॉस वोटिंग का खतरा नजर आ रहा है.

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