गुजरात एटीएस ने खुलासा किया है कि आईएसआईएस से संदिग्ध संबंध के लिए अपने भाई के साथ गिरफ्तार वसीम रामोदिया अपने जिस आका द्वारा निर्देशित था, वह एक भारतीय हो सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे ऑननलाइन मैसेजिंग सेवा के जरिए हिंदी में संवाद करते थे. एटीएस ने वसीम और उसके छोटे भाई नईम को राजकोट और भावनगर से रविवार सुबह एक अभियान में गिरफ्तार किया गया था.
एटीएस की ओर से दर्ज प्राथमिकी में गया है कि दोनों लोन वोल्फ अटैक करने वाले थे. इसके बाद दोनों ने सीरिया भागने की योजना बनाई थी. गिरफ्तारी से पहले विवादास्पद आईएसआईएस प्रचारक मुफ्ती अब्दुस सामी कासमी की ओर से इस्तेमाल मोबाइल फोन के कॉल डिटेल के विश्लेषण से उसका संपर्क वसीम रामोदिया के नाम से नेहरू नगर, राजकोट, गुजरात के पते पर पंजीकृत मोबाइल से होने का पता चला है.
परिजनों का बयान किया दर्ज
वहीं, एटीएस ने रविवार को गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस के दो संदिग्ध सदस्य वसीम रामोडिया और उसके भाई नईम के परिजनों के बयान को दर्ज किया. डीएसपी रमेश फालदु ने कहा कि हमलोगों ने वसीम की पत्नी शाजीन और उसके माता-पिता से पूछताछ की और उनके बयानों को दर्ज किया. हालांकि उन्होंने बयानों में दी गई जानकारी को साझा नहीं किया. इस जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई हो रही है.
एटीएस की हिरासत में आरोपी
अधिकारी ने बताया कि एटीएस ने रामोडिया बंधुओं को राजकोट के चोटिला के एक धार्मिक जगह से पकड़ा जो कथित तौर पर विस्फोट करने वाले अपने रडार पर था. एटीएस ने उन दोनों को पटाखे की दुकान समेत शहर के विभिन्न जगहों पर ले गए, जहां से उसने बारूद खरीदा था. एक चूड़ी की दूकान पर भी ले गए जहां पहले उसने आग लगाने की कोशिश की थी. दोनों आरोपी 12 दिन के लिए एटीएस की हिरासत में हैं.
मैसेजिंग एप के जरिए संपर्क
आरोप है कि दोनों संदिग्ध ट्विटर, फेसबुक और टेलीग्राम नामक मैसेजिंग एप के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में थे. पुलिस की मानें तो वसीम और नईम पश्चिमी देशों में हुए कई हमलों की तर्ज पर यहां भी 'लोन वुल्फ' हमलों को अंजाम देने की फिराक में थे. 'लोन वुल्फ' हमलों में अक्सर कोई बड़ा रैकेट नहीं होता. आतंकी इसे अपने स्तर पर ही अंजाम देते हैं. लिहाजा इन्हें रोकना ज्यादा कठिन होता है.
क्या होता है लोन वुल्फ अटैक
लोन वुल्फ अटैक का मतलब ऐसा घातक हमला जिसे बिना टीम के अंजाम दिया जाता है. इस हमले के मॉड्यूल में अकेला आतंकी ही ऐसे हमले को अंजाम दे सकता है, जिसमें वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी जद में ले सके. दरअसल 'लोन वुल्फ' अटैक भेड़िए की तरह अकेले हमला करने की रणनीति है. इस अटैक में छोटे हथियारों, चाकुओं, ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाता है. ये ग्रुप लीडर से जुड़े बिना हमला करते हैं.
मुकेश कुमार