WhatsApp पर बेची जा रही थी लड़कियां, ऐसे हुआ खुलासा

झारखंड से लाई गईं तीन लड़कियों की फोटो व्हाट्सएप पर डालकर उनकी बोली लगाई जा रही थी. उनसे जबरन वेश्यावृति कराई जा रही थी. इन लड़कियों को व्हाट्सएप के जरिए लाखों में बेचा जा रहा था. किसी तरह एक लड़की ने अपने घरवालों से संपर्क किया, तब जाकर मामले का भंडाफोड़ हो सका.

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aajtak.in

  • गाजियाबाद,
  • 23 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 11:57 PM IST

सोशल मीडिया एक तरफ जहां लोगों की मजबूत आवाज बन रहा है, वहीं कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं. जी हां, यूपी के गाजियाबाद में व्हाट्सएप के जरिए लड़कियों को बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. लड़कियां मुक्त करा ली गई हैं.

जानकारी के मुताबिक, झारखंड से लाई गईं तीन लड़कियों की फोटो व्हाट्सएप पर डालकर उनकी बोली लगाई जा रही थी. उनसे जबरन वेश्यावृति कराई जा रही थी. इन लड़कियों को व्हाट्सएप के जरिए लाखों में बेचा जा रहा था. किसी तरह एक लड़की ने अपने घरवालों से संपर्क किया, तब जाकर मामले का भंडाफोड़ हो सका.

जबरन दिखाते थे ब्लू फिल्म
एक पीड़ित लड़की ने बताया कि उनसे अनैतिक काम कराने के लिए जिस्म के दलाल उन्हें जबरन शराब पिलाते और ब्लू फिल्मे दिखाते थे. उनकी अश्लील फोटो लेकर सोशल साइट्स पर डाल दिया जाता था. उनसे अलग-अलग लोगों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा जाता था.

महज 500 में बिकती हैं लड़कियां
बताते चलें कि झारखंड के आदिवासी इलाके से बड़ी संख्या में लड़कियों को खरीद कर दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. वहां लड़कियों की कीमत महज 500 रुपये है. इस तरह झारखंड में लड़कियों की कीमत जानवरों से भी कम है. यहां गरीबी की वजह से लोग ऐसा करने पर मजबूर हैं.

आदिवासी लड़कियों का अधिक पलायन
झारखण्ड के गुमला, सिमडेगा, खूंटी और दुमका ऐसे जिले हैं, जहां से नाबालिग आदिवासी लड़कियों का पलायन सबसे अधिक होता है. वहीं, पुलिस यह दावा कर रही है कि हालिया दिनों में ऐसी नाबालिगों के छुड़ाने में अच्छी सफलताएं मिली है. इसके लिए पुलिस ऑपरेशन मुस्कान-2 चला रही है.

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