गैंग्स आँफ वासेपुर में सुल्तान कुरैशी की भूमिका निभाने वाले पंकज त्रिपाठी अब कैदियों को सुधारने की मुहिम चला रहे हैं. पंकज त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. वे यहां के मंडल जेल में बंद कैदियों की जीवन शैली सुधारने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जेल कभी यातना गृह हुआ करता था. लेकिन अब यहां की जेल सुधार गृह के तौर पर काम कर रही है. जेल में बंद कुख्यात कैदियों के जीवन शैली में बदलाव के लिए कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है.
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इसी कड़ी के तहत पंकज त्रिपाठी गोपालगंज मंडल कारा पहुंचे. यहां उन्होंने कैदियों को अपराध की दुनिया को छोड़कर बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया. इस मौके पर जिले के डीएम राहुल कुमार ने भी कैदियो को जीवन में बेहतर और नए तरीके से बदलाव करने की सलाह दी.
पंकज त्रिपाठी इन दिनों अपने पैतृक गांव बरौली आये है. इस दौरान चनावे स्थित मंडल कारा के जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने उन्हें कैदियों को मोटिवेट करने के लिए मोटिवेशन सेशन का कार्यक्रम रखा था.यहां जेल के अन्दर कैदी को बैठने के लिए हाल में विशेष व्यवस्था की गयी थी. इस हॉल में करीब 300 कैदी मोटिवेट सेशन में शामिल हुए. इन कैदियों में महिला और पुरुष कैदी दोनों शामिल थे. यहां पंकज त्रिपाठी ने उन्हें बेहतर तरीके से जीवन जीने को लेकर प्रेरित किया.
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उन्होंने कैदियों को जेल से बाहर निकलने के बाद अपराध की दुनिया को छोड़कर नए तरीके से रहने के लिए कई तरह से मोटिवेट किया. जेल में किताबे पढ़ने , फिल्म देखने और साहित्य पर चर्चा करने की सलाह दी गयी. उन्होंने कहा की यहां जेल में फिल्में भी कैदियों को दिखाई जा रही है. यह बड़ा बदलाव है.
गोपालगंज के डीएम राहुल कुमार ने कैदियों को अपनी अलग छाप छोड़ने और देशहित में कुछ बेहतर करने की सलाह दी. डीएम ने कहा कैदियों में कुछ सकारात्मक करने के लिए प्रेरणा देने के उद्देश्य से यह सेशन रखा गया था.कैदियों ने भी अपने मेहमानों का स्वागत जोरदार तरीके से किया. यहां जेल में बंद कैदियों ने अपनी पीड़ा अभिनेता से जाहिर की, साथ ही कुछ नया करने की आश्वासन दिया. साथ ही कैदियों ने गाना गाकर मेहमानों का जोरदार स्वागत किया. बिहार की जेलों में ये अपने आप में नया प्रयोग है. जहा कैदियों को मोटिवेट कर उनमें सुधार लाने के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं.
महेन्द्र गुप्ता / सुजीत झा