पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है. इस हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कर्नल समेत 20 जवान शहीद हुए हैं, जबकि कई जवान घायल हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस हिंसक झड़प में चीन को भी नुकसान हुआ है और उसके करीब 40 सैनिक मारे गए हैं.
अब नेपाल ने भारत और चीन के बीच गहराए तनाव को लेकर प्रतिक्रिया दी है. नेपाल ने विश्वास जताया कि भारत और चीन मिलकर आपसी विवाद सुलझा लेंगे. नेपाल सरकार ने कहा, 'हमको विश्वास है कि हमारे दोस्त भारत और चीन अच्छे पड़ोसी की तरह क्षेत्र व विश्व की शांति और स्थिरता के लिए आपसी मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लेंगे.'
नेपाल सरकार का यह ताजा बयान उस समय सामने आया है, जब भारत का चीन और नेपाल दोनों के साथ सीमा पर तनाव चल रहा है. नेपाल सीमा से सटे भारतीय इलाकों में अपना दावा कर रहा है, जिसको भारत खारिज कर चुका है. इसको लेकर नेपाल अपना राजनीतिक नक्शा भी जारी कर चुका है. पिछले कुछ समय से नेपाल की चीन से नजदीकी भी बढ़ी है. नेपाल के साथ विवाद के पीछे चीन की कूटनीति को जिम्मेदार माना जा रहा है.
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वहीं, शुक्रवार को नेपाल और चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टियों ने एक वर्चुअल मीटिंग की. इस बैठक में दोनों देशों ने वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और पार्टी व सरकार चलाने के अपने अनुभव साझा किए. नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल और उप-प्रधानमंत्री ईशोर पोखरेल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने वरिष्ठ चीनी नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था.
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गीता मोहन