अजीत जोगी के गले में फंसा था इमली का बीज, अगले 48 घंटे बेहद अहम

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. अजीत जोगी के ब्रेन का भी सिटी स्कैन किया गया है, उनके दिमाग में सेरिब्रल एडिमा (दिमाग में सूजन) है. फिलहाल उनका हृदय सामान्य तौर पर काम कर रहा है.

Advertisement
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी (फाइल फोटो) छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी (फाइल फोटो)

तनुश्री पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 09 मई 2020,
  • अपडेटेड 9:11 PM IST

  • गले में फंस गया था इमली का बीज
  • ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने निकाला
  • आने वाले 48 से 72 घंटे बेहद अहम
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की हालत गंभीर बनी हुई है. सांस लेने में तकलीफ महसूस होने के बाद उन्हें रायपुर के रायपुर के श्री नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने कहा है कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. अजीत जोगी का हेल्थ बुलेटिन अस्पताल प्रशासन ने जारी किया है.

शनिवार शाम को जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि अजीत जोगी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है आने वाले 48 से 72 घंटे उनके लिए बेहद अहम साबित होने वाले हैं. हेल्थ टीम उन पर नजर रख रही है.

Advertisement

74 वर्षीय अजीत जोगी का इलाज नारायणा हॉस्पिटल की मेडिकल टीम कर रही है. सुबह इमली खाते हुए बीज उनकी सांस नली में फंस गया था, जिसकी वजह से घर पर ही पहले उन्हें रेस्पीरेट्री अरेस्ट हुआ, फिर कार्डियक अरेस्ट हो गया था. अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेट कर बीज सांस नली से निकाल दिया है.

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी की तबीयत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर शिफ्ट

वेंटिलेटर पर ही हैं अजीत जोगी

अस्पताल प्रशासन के एक्सपर्ट डॉक्टर अजीत जोगी के स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए हैं. अजीत जोगी के ब्रेन का भी सिटी स्कैन किया गया है. उनके दिमाग में सेरिब्रल एडिमा (दिमाग में सूजन) है. फिलहाल उनका हृदय सामान्य तौर पर काम कर रहा है. वे वेंटिलेटर पर हैं और हालत गंभीर बनी हुई है. अगले 48 से 72 घंटे बेहद अहम हैं.

Advertisement

मेडिकल बुलेटिन

बता दें मेडिकल साइंस के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट उस अवस्था को कहते हैं जब दिल शरीर में खून पंप करना बंद कर देता है. अजीत जोगी के गले में फंसे बीज की वजह से अचानक यह अरेस्ट हुआ है.

पढ़ें- इस वजह से आपका दिल हो सकता है कमजोर

दोपहर 12:30 पर हुए एडमिट

अजीत जोगी इससे पहले बिलकुल ठीक थे. उन्होंने प्रवासी मजदूरों के हालत पर ट्वीट किया था और केंद्र सरकार से मांग की थी कि जैसे विदेशों में फंसे मजदूरों को लाने के लिए वंदे भारत चालू किया गया है, वैसे ही मजदूरों को घर तक पहुंचाने के लिए अभियान शुरू किया जाना चाहिए. बता दें दोपहर करीब 12.30 बजे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पढ़ें- बढ़ रहे हैं कार्डियक अरेस्‍ट के मामले, जानिए क्‍या होते हैं लक्षण

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement