उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश में डीप डिप्रेशन के चलते मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है. अगले 5 दिनों में इन राज्यों में तमाम जगहों पर भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच गंगा, यमुना, केन, सोन, पुनपुन, दामोदर और कोयल नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सेंट्रल वाटर कमीशन ने तमाम नदियों के बेसिन में हो रही झमाझम बारिश के मद्देनजर बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.
ऐसा अनुमान है कि गंगा नदी में अगले 5 दिनों में जलस्तर तेजी से बढ़ेगा और यूपी के गाजीपुर, बलिया, बिहार में पटना, मुंगेर, झारखंड के साहिबगंज और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है. इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में गंगा नदी के स्तर में मध्यम से उच्च स्तर की बढ़ोतरी देखी जाएगी.
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ेगा
यमुना नदी की बात करें, तो इलाहाबाद और बांदा जिले में इसके जलस्तर में मध्यम दर्जे की बढ़त देखी जाएगी. यमुना की सहायक नदी केन में मध्य प्रदेश के दमोह जिले और यूपी के बांदा जिले में बाढ़ के हालात बन
जाएंगे. भारी बारिश के चलते सोन नदी में बाढ़ की स्थिति गंभीर होने की आशंका है. ऐसा अनुमान है कि मध्य प्रदेश के शहडोल जिले, यूपी के चंदौली जिले और बिहार के रोहतास और पटना जिले में सोन नदी का
जलस्तर तेजी से बढ़ेगा.
कोयल नदी में भी आ सकती है बाढ़
झारखंड में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पलामू जिले में कोयल नदी में बाढ़ की स्थिति पैदा होने की संभावना है. सहायक नदियों के बहाव में बढ़ोतरी होने से दामोदर नदी के उफान पर आने का खतरा बढ़ गया है.
पश्चिम बंगाल के बर्दवान और हुगली जिलों में इस वजह से बाढ़ के हालात बन सकते हैं. उधर, सुबर्णरेखा नदी झारखंड के सिंहभूम जिले और उड़ीसा के मयूरभंज और बालासोर जिलों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के
मेदिनीपुर में बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है.
अंजलि कर्मकार / सिद्धार्थ तिवारी