जानिए, कैसे 'जुबां' की जान बनी मैगी

यूपी के बाद अब दिल्ली में भी मैगी के सैंपल टेस्‍ट में फेल हो गए हैं. इसके बाद मैगी पर पूरे देश में बैन की मांग तेज होने लगी है. वहीं, केरल में इसे बैन भी कर दिया गया है. नेस्ले कंपनी का मैगी ब्रैंड 1947 में अस्तित्व में आया था.

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मैगी (File Photo) मैगी (File Photo)

मुकेश कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2015,
  • अपडेटेड 8:05 PM IST

यूपी के बाद अब दिल्ली में भी मैगी के सैंपल टेस्‍ट में फेल हो गए हैं. इसके बाद मैगी पर पूरे देश में बैन की मांग तेज होने लगी है. वहीं, केरल में इसे बैन भी कर दिया गया है. नेस्ले कंपनी का मैगी ब्रांड 1947 में अस्तित्व में आया था.

1982 में मैगी ने नूडल्स लॉन्च किया. उसी समय  '2 मिनट में मैगी' विज्ञापन प्रसारित किया गया, जो लोगों की जुबां पर चढ़ गया. भारत और मलेशिया से अपनी यात्रा शुरू करने वाला मैगी नूडल्स आज दुनिया का एक मशहूर ब्रांड बन चुका है.

आइए जानते हैं कि मैगी नूडल्स कैसे लोगों की जुबां का जान बना-

1- मैगी नूडल्स के साथ पड़ने वाले टेस्ट मेकर ने इसे सबसे ज्यादा मशहूर बनाया है. एक बार जिसको इसका स्वाद लग जाए, उसे आसानी से छूटता नहीं है. इसी टेस्ट मेकर में लेड की मात्रा अधिक पाए जाने की वजह से इस पर बैन लगाने की बात हो रही है.
2- '2 मिनट में मैगी' कैंपेन ने भी इसको मशहूर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. भाग-दौड़ की जिन्दगी में लोगों के पास खाना-बनाने और खाने का समय कम होता जा रहा है. ऐसे में महज दो मिनट में स्वादिष्ट मैगी ने लोगों का दिल जीत लिया.
3- अपने बेहतरीन स्वाद की वजह से मैगी नूडल्स बच्चों का बहुत पसंद है.
4- करीब 33 साल की हो चुकी मैगी का स्वाद एक ही परिवार की दो से तीन पीढियों ने चखा है. यह स्वाद और खाने का एक पर्याय बन चुका है. भूख लगने पर कई लोगों को सीधे मैगी ही याद आती है.
5- समय के साथ मैगी की रेसिपी के साथ भी कई प्रयोग हुए. टमाटर, हरी सब्जी, अंडा और मसाले के साथ भी इसको बनाया जाता है. इससे इसका टेस्ट और भी बेहतरीन हो जाता है.

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